शिमला: हर घर तिरंगा अभियान के तहत भाजपा ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी शिमला में तिरंगा यात्रा निकाली. इस यात्रा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी उपस्थित रहे. यात्रा में उनके साथ प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, कोषाध्यक्ष कमल सूद सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज ने इस यात्रा में युवाओं का नेतृत्व किया.
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हर घर तिरंग यात्रा में अद्भुत जोश देखने को मिला. युवा, बुजुर्ग, महिलाओं ने इस तरंगा यात्रा में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. उन्हाेंने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस अभियान का जिक्र किया था.
उन्होंने कहा कि आजादी से पहले सैकड़ों साल की गुलामी का हर कालखंड संघर्ष का रहा. 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के पहले भी कई आदिवासी क्षेत्र थे, जहां आजादी की जंग लड़ी जाती थी. 40 करोड़ देशवासियों ने वो जज्बा दिखाया, सामर्थ्य दिखाया, एक सपना और संकल्प लेकर चलते रहे- भारत की आजादी का. हमारी रगों में उन्हीं का खून है. उन 40 करोड़ लोगों ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया था. उन्हाेंने कहा कि आज 140 करोड़ मेरे परिवारजन अगर संकल्प लेकर, एक दिशा निर्धारित कर चल पड़ते हैं तो चुनौतियां कितनी भी क्यों न हो, संसाधनों के लिए जूझने की नौबत हो तो भी हर चुनौती को पार कर समृद्ध भारत बना सकते हैंं. वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं.
ठाकुर ने कहा कि देश का सुप्रीम कोर्ट भी हमें यूनिफॉर्म सिविल कोड के लिए कह रही है और देश के संविधान निर्माताओं का भी यह सपना था. जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं, जो ऊंच नीच का कारण बनते हैं. ऐसे कानूनों की देश में कोई जगह नहीं हो सकती. हमने सांप्रदायिक सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की तरफ जाना होगा.
हिन्दुस्थान समाचार