शिमला: शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी से परिवहन व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. वहीं सड़कों पर सफर करना जानलेवा हो गया है. रविवार को रोहड़ू उपमण्डल के टिक्कर इलाके में जमी बर्फ के कारण एचआरटीसी बस खाई में गिरने से बच गई. इस बस में चालक व परिचालक ही मौजूद थे. यह हादसा पौने 11 बजे के करीब पेश आया.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रोहड़ू डिपू की बस एचपी 10ए-6794 पुजारली से रोहड़ू की तरफ जा रही थी. टिक्कर तहसील के खलावन नाला के पास बर्फ से फिसल कर बस सड़क से बाहर की ओर लटक गई. गनीमत यह रही कि बस पेड़ों सेबस में चालक व परिचालक के अतिरिक्त कोई भी अन्य स्वारी नहीं बैठी थी. हादसे में बस के आगे के शीशे टूट गए. हालांकि चालक व परिचालक पूरी तरह सुरक्षित है. एचआरटीसी ने क्रेन के जरिये बस को निकाला. बस को पवन कुमार चला रहा था. रोहड़ू के डीएसपी ने बताया कि बर्फ पर फिसलने से हादसा हुआ है. बस के चालक और परिचालक चोटिल नहीं हुए हैं.
प्रदेश में बर्फबारी से पांच एनएच समेत 652 सड़कें बंद, 1749 ट्रांसफार्मर ठप
बर्फबारी ने प्रदेश के पहाड़ी इलाकों की सर्पीली सड़कों की रफतार पर बे्रक लगा दी है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक रविवार देर शाम तक राज्य भर में पांच नेशनल हाईवे समेत 652 सड़कें अवरूद्व हो गई हैं. लाहौल-स्पीति में 290, शिमला में 149, चंबा में 100, किन्नौर में 75 और कुल्लू में 32 सड़कें बंद हुई हैं. लाहौैल-स्पीति और कुल्लू में दो-दो और किन्नौर में एक नेशनल हाईवे भी बंद पड़ा है. लाहौल-स्पीति जिला की बात करें तो स्पीति मंडल में 156, लाहौल मंडल में 86 और उदयपुर में 48 सड़कें ठप हैं.
शिमला जिला के रोहड़ू उपमंडल में 74, जुब्बल उपमंडल में 28, रामपुर उपमंडल में 17, चैेपाल उपमंडल में 13, कोटखाई में आठ और डोटरा क्वार में सात सड़कें बद पड़ी हैं. इसके अलावा राज्य भर में 1749 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़ गए हैं. सिरमौर में सबसे ज्यादा 471, किन्नौर में 358, लाहौल-स्पीति में 314, चंबा में 258, शिमला में 117 और कुल्लू में 36 ट्रांसफार्मरों के बंद होने से बिजली गुल है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार