शिमला: मुख्यमंत्री ने शुक्रवार (1 मार्च) को मंडोधार में 12.69 करोड़ रुपये से निर्मित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सब्जी मंडी धर्मपुर में 72 लाख लाख रुपये से निर्मित एपीएमसी विश्राम गृह और बड़ोग, बोहली, भोजनगर बस्तियों के लिए 8.01 करोड़ रुपये की उठाऊ जलापूर्ति योजनाओं का लोकार्पण किया.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 18.83 करोड़ रुपये लागत के धर्मपुर से कठनी सड़क के उन्नयन कार्य, 9.40 करोड़ रुपये से गम्भरपुल से ममलीग सड़क के उन्नयन कार्य, 11.29 करोड़ रुपये से लौहांजी से काटल-कठार-मड़ी का घाट सड़क के उन्नयन, 10.01 करोड़ रुपये से सुखी जोहड़ी-कडां-काटल का बाग सड़क के सुधार कार्य, 1.55 करोड़ रुपये से गांव भनेत के सम्पर्क मार्ग, 1.33 करोड़ रुपये से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर की विज्ञान प्रयोगशाला, 1.20 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना सुधार हरिपुर, 1.61 करोड़ रुपये लागत के ग्राम पंचायत भवन सुल्तानपुर, 12.14 करोड़ रुपये लागत की परवाणु टाउनशिप और हिम ईरा शॉप मार्ट जाबली में औद्योगिक सड़कों के उन्नयन कार्यों का शिलान्यास किया.
धर्मपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कुछ विधायकों ने अपना ईमान बेच दिया और पार्टी के विरुद्ध जाकर राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट किया. उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने क्रॉस वोट के लिए अनैतिक आचरण अपनाया, पार्टी को धोखा दिया, उन्हें कोई दैवीय ताकत भी नहीं बचा सकती. 28 फरवरी को बजट पारित होना था लेकिन कुछ विधायकों ने स्पीकर को धमकाया. सीपीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस की सुरक्षा में कांग्रेस पार्टी के छह बागी विधायक हेलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे, लेकिन बजट पास करवाने के लिए विधानसभा में नहीं बैठे. आज भी बागी छुपे हुए हैं और परिजन भी उनके लिए परेशान हैं.’’
उन्होंने कहा कि आम लोगों के हित के लिए राज्य सरकार ने बिना किसी मांग के अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, जो शायद भाजपा को पसंद नहीं आई. अपने पहले बजट में राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के प्रयास किए, जबकि इस बार दूसरे बजट में आम लोगों के हित के लिए कई प्रावधान किए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपके लिए आया हूं, आपके लिए काम करूंगा और षड़यंत्रों से डरने वाला नहीं. प्रदेश की संपदा को किसी भी कीमत पर लुटने नहीं दूंगा. जो ईमान बेचकर आये हों, वो क्या सेवा करेंगे. धन नहीं, बल्कि जनता ही राज्य सरकार की ताकत है.’’
अपने भावुक सम्बोधन में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि भाजपा चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष शायद सत्ता के भूखे हैं, जबकि मुझे कुर्सी से अधिक जनता की सेवा का मोह है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आमजन की सरकार है और आम आदमी का शोषण कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. 14 माह के कार्यकाल में प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने का सरकार ने प्रयास किए.
मुख्यमंत्री ने कसौली विधानसभा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग का मण्डल तथा सुबाथू में डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जहां विधायक जमीन उपलब्ध करवाएंगे, वहां खेल का मैदान बनाया जाएगा तथा इसके लिए समुचित धन उपलब्ध करवाया जाएगा.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने कहा कि लोकतंत्र बलिदानों से मिला है और लोकतंत्र संविधान के अनुरूप चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ लालची लोगों ने लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया, जिसका मुंह तोड़ जवाब दिया गया है. उन्होंने कहा कि सुबह का भूला शाम को घर वापिस आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा लाई जा रही कल्याणकारी योजनाएं राजनीति के लिए नहीं, बल्कि लोगों की सेवा के लिए लाई गई हैं.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार