शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता और अपने कार्यकर्ताओं, नेताओं, मंत्रियों और विधायकों की नजर में गिर गई है. अगर हमारे विधायकों को सदन से अलोकतांत्रिक तरीके से निष्कासित नहीं किया जाता तो यह सरकार सदन में भी गिर गई होती. कट-मोशन पर यदि हमारे मत विभाजन की मांग को भी स्वीकार किया जाता तो यह सरकार उसी दिन ही गिर गई होती.
नेता प्रतिपक्ष ठाकुर ने गुरुवार को शिमला में कहा कि सरकार अल्पमत में हैं और इस तरह से सरकार को कब तक बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिसे भी सरकार प्रताड़ित करेगी, जिसे भी जनता की आवाज उठाने के बदले सरकारी तंत्र से परेशान किया जाएगा, भाजपा हर उस व्यक्ति के साथ पूरी मज़बूती से खड़ी है. चाहे वह आम आदमी हो खास आदमी. नेता प्रतिपक्ष ने गुरुवार को अपने विधायकों के साथ मॉल रोड पर चहलक़दमी भी की.
ठाकुर ने कहा कि आज कांग्रेस सरकार की जो दुर्दशा हुई है, यह सरकार के अपने करमों का ही फल है. जब सरकार में बैठे लोग जनता और अपने कार्यकर्ताओं तथा नेताओं की आवाज को अनसुना कर देंगे तो यही स्थिति होगी. आज जो हुआ वह दीवार पर लिखी साफ इबारत की तरह था, जिसे मुख्यमंत्री अनदेखा कर रहे थे. जयराम ठाकुर ने कहा कि जनप्रतिनिध की अपने क्षेत्र की जनता के प्रति भी ज़िम्मेदारी होती है. उन्हें भी जवाब देना होता है. वह कब तक उन लोगों से नजरें चुरायेंगे, जिन्होंने उन्हें विधायक बनाया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार समेत कांग्रेस के नेताओं को हम पर उंगली उठाने की बजाय अपने गिरेबान में झांककर देखने की जरूरत है. उन्होंने ऐसा क्या कर दिया कि उनके 43 की संख्या पलट कर आज 34 हो गई है, यह आगे कहां तक कम होगी, वह भगवान जानें. ठाकुर ने कहा कि इस समय जो हो रहा है, उसमें हमारा कोई योगदान नहीं है. हमें कुछ करने की आवश्यकता ही नहीं हैं. सरकार की अपने नेताओं और प्रदेश की जनता के साथ जो रवैया है, वह आने वाले समय उनके साथ कुछ नहीं रहेगा.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार