धर्मशाला: नूरपुर के समीप कंडवाल में शुक्रवार (23 फरवरी) को विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें एनएचएआई और आईआरबी के कामगारों की टीबी की जांच करने के साथ उनका स्वास्थ्य भी जांचा गया. इस शिविर का मुख्य उद्देश्य फोरलेन निर्माण में कार्य कर रहे मजदूरों के स्वास्थ्य की नियमित जांच करने के साथ उनमें क्षय रोग के किसी भी प्रकार के लक्षणों की जांच करना है.
एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह ने बताया कि कामगारों को धूल मिट्टी में काम करना पड़ता है जिस कारण उनमें क्षय रोग होने का खतरा बना रहता है. उन्होंने बताया कि साल 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने के लिए प्रशासन द्वारा काम किया जा रहा है. जिसके तहत गत माह स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई थी.
उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों की पहचान के लिए उपमंडल में समय-समय स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं ताकि जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति में टीबी के लक्षण पाए जाने पर उसका समय रहते उपचार किया जा सके.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार