शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सदस्यों की सुविधा के लिए जल्द ही जीरो आवर (शून्य काल) की व्यवस्था होगी. यह बात विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा. उन्होंने कहा कि विधायक प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत अपनी बात रखते हैं और बार-बार उनके द्वारा समय मांगा जाता है. इसपर विचार किया जा रहा है कि जीरो आवर शुरू किया जाए ताकि सदस्य उस दौरान अपने ज्वलंत मुद्दे उठा सकें.
इसकी मांग सदन में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने उठाई थी. उनका कहना था कि बार-बार प्वाइंट ऑफ ऑर्डर की व्यवस्था ठीक नहीं है. इससे व्यवधान होता है. ऐसे में जरूरी है कि जीरो आवर की व्यवस्था हो. इसपर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को आश्वस्त किया.
इससे पूर्व सदन में तीन विधायकों ने प्वाइंट आफ ऑर्डर मांगे. इसके तहत आनी के विधायक लोकेंद्र में बस अड्डा के पास मलबा फैंकने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि लोगों को 2-2 लाख रुपये की पेनेल्टी वन विभाग लगा रहा है कि उन्होंने वन क्षेत्र में मलबा फेंका. ऐसे में मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि नाले की चैनेलाइजेशन की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सदस्य के सुझावों पर विचार किया जाएगा.
राजगढ़ की विधायक रीना कश्यप ने नाहन विधानसभा क्षेत्र में एमसी के एक उद्घाटन की पट्टिका को हटाए जाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि एमसी नाहन की चेयरमेन द्वारा पार्किंग का उद्घाटन करने के 20 मिनट बाद पट्टिका को निकाल दिया गया. उन्होंने सीएम से कहा कि क्या इस पट्टिका को दोबारा से लगाया जाएगा. सीएम ने कहा कि किसी भी पूर्व विधायक या वर्तमान विधायक की पट्टिका को तोड़ा गया होगा या फिर टूट गई होगी तो उसे दोबारा से लगा दिया जाएगा. यह सरकार की नीति है. विधायक अजय सोलंकी ने कहा था कि गलत तरीके से यह पट्टिका लगी है.
विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने अपने क्षेत्र में कौशल्या बांध के टूटने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि आने वाल समय में गर्मियों के दिनों में इस कारण से पानी की दिक्कत परवाणू एरिया में हो जाएगी. ऐसे में उन्होंने आग्रह किया कि या तो बांध को बनवा दें या फिर जलशक्ति विभाग को दें ताकि पानी की समस्या को दूर किया जा सके.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार