शिमला: हिमकेयर योजना के अंतर्गत 249 स्वास्थ्य संस्थानों की देनदारियां लंबित है. यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने गुरूवार (22 फरवरी) को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक डा. जनक राज, रणधीर शर्मा, दीप राज, आशीष शर्मा व राकेश जंवाल तथा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सवाल के जवाब में दी.
जनक राज ने उत्तर में दी गई सूचना को गलत करार देते हुए इस विषय पर एक सर्वदलीय कमेटी का गठन कर इसकी जांच करवाने की मांग की. रणधीर शर्मा ने कहा कि निजी व सरकारी अस्पताल हिमकेयर के तहत उपचार करने से इंकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर कह रही है कि हिमकेयर योजना के तहत ज्यादा देनदारियां नहीं बची हैं, वहीं दूसरी ओर कह रहे हैं कि 249 करोड़ रुपए की देनदारी लंबित है.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हिम केयर योजना में 8.53 लाख परिवार पंजीकृत है. योजना के अंतर्गत प्रदेश में 137 सरकारी व 146 निजी अस्पताल सूचीबद्ध है. उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत निजी अस्पतालों ने लाभ प्रदान करना बंद नहीं किया है. सरकार का हिमकेयर व सहारा योजना को बंद करने का विचार नहीं है तथा देनदारियों को वर्तमान वित्त वर्ष के अंत तक यानि मार्च माह के अंत तक निपटा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सहारा योजना के अंतर्गत 31,062 लाभार्थी पंजीकृत है. जिन पात्र लाभार्थियों ने अपने प्रमाण पत्र जमा करवा दिए हैं, उन्हें जनवरी, 2024 तक की किश्त जारी कर दी गई है. इस योजना के तहत गत एक वर्ष में 6257 नए मामले स्वीकृत किए गए तथा वर्तमान में 543 मामले लंबित हैं. योजनाओं के अंतर्गत पंजीकरण एक निरंतर प्रक्रिया है.
बिजली महादेव और चिंतपुर्णी रोपवे को केंद्र से मिली मंजूरी
नगर एवं ग्राम योजना मंत्री राजेश धर्माणी ने विधायक रीना कश्यप,विनोद कुमार, डा. जनक राज, केवल सिंह पठानिया, जयराम ठाकुर व रणधीर शर्मा के सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र को 21 परियोजनाओं के प्रस्ताव पर्वत माला प्रोजैक्ट के तहत भेजे हैं तथा इनकी मंजूरी का इंतजार है.
उन्होंने कहा कि बिजली महादेव व चिंतपूर्णी रोपवे को केंद्र से मंजूरी मिल चुकी है. इन विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के प्रस्तावित रोपवे की स्थिति को लेकर सवाल किए. इससे पहले मूल सवाल के जवाब में धर्माणी ने कहा कि हाब्बन-चूड़धार रज्जू मार्ग का प्रस्ताव पर्वतमाला स्कीम के तहत केंद्र सरकार को भेजा है तथा केंद्र के पास लंबित है. उन्होंने कहा कि भरमौर से भर्माणी माता तथा बल्ह से नड्डी प्रस्तावित रोपवे का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है.
रणधीर शर्मा के अनुपूरक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नैनादेवी को प्रस्तावित रोपवे के लिए कंसल्टेंट नियुक्त किया है. उनकी रिपोर्ट आने के बाद इसको लेकर आगामी कदम उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले इस रोपवे का टेक ऑफ प्वाईंट यानि एक सिरा पंजाब में बनना था, लेकिन अब नैनादेवी रोपवे का टेक ऑफ प्वाईट को हिमाचल में ही बनाया जाएगा. इसपर रणधीर शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार के साथ पहले ही एम.ओ.यू. हो चुका है. उसी पर राज्य सरकार को आगे बढना चाहिए.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार