धर्मशाला: कांगड़ा जिला में आगामी तीन मार्च को 0 से 5 साल तक के एक लाख, आठ हजार, सात सौ 11 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं. जिसके अंतर्गत शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 1070 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं.
इसके अतिरिक्त 21 ट्रांजिट प्वाइंट तथा 173 अति जोखिम वाले क्षेत्र जैसे झुग्गी झोपड़ी, ईट भट्टे, निर्माण कार्य वाली जगह, क्रशर पर कार्य करने वाले श्रमिक तथा प्रवासी परिवारों के बच्चों को दवाई पिलाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
बुधवार (21 फरवरी) को राष्ट्रीय अक्षय रोग उन्मूलन समिति की बैठक, इंटेंसिफाइड पल्स पोलियो अभियान, सघन दस्त रोग नियंत्रण पखवाड़ा तथा स्कूल हेल्थ एवं वैलनेस प्रोग्राम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधीश कांगड़ा हेमराज बैरवा ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि हमारा यह प्रयास रहेगा कि कोई भी बच्चा छूटने ना पाए. पोलियो बूथ पर सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक बच्चों को दवाई पिलाई जाएगी तथा चार और पांच मार्च को स्वास्थ्य कर्मी घर घर जाकर सर्वे करेंगे. अगर कोई बच्चा छूट गया होगा तो उसे दवाई पिलाएंगे. उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी विभागों के प्रतिनिधियों से अपने-अपने स्तर पर पल्स पोलियो अभियान में सहयोग करने के लिए अपील की ताकि इस अभियान का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके तथा भारतवर्ष को पोलियो मुक्त देश का सर्टिफिकेट मिल सके.
वहीं उन्होंने बताया कि 14 मार्च से सघन दस्त रोग पखवाड़ा मनाया जाएगा जिसके अंतर्गत आशा वर्कर घर-घर जाकर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को दो पैकेट ओआरएस तथा 14 जिंक की गोलियां देती हैं जो कि बच्चों को दस्त के दौरान देते हैं. आज भी दस्त रोग बच्चों में एक जानलेवा बीमारी है इसी की रोकथाम तथा लोगों को जागरूक करने के लिए यह अभियान चलाया जाता है. इसके साथ-साथ इस अभियान के अंतर्गत सभी स्कूलों में तथा बाकी जनमानस को हाथ धोने का सही तरीका तथा ओआरएस घोल बनाने का तरीका भी बताया जाता है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार