धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने आरोप लगाया कि एसएमसी शिक्षकों के प्रति सुक्खू सरकार लापरवाह रवैया अपनाए हुए है. उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार कर्मचारी हितैषी होने का दावा कर रही है, जबकि धरातल में रिजल्ट जीरो हैं. एसएमसी शिक्षकों का करीब एक माह से धरना प्रदर्शन इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है.
मंगलवार (20 फरवरी) को जारी एक प्रेस बयान में त्रिलोक कपूर ने कहा कि करीब एक माह से शिमला में नियमितिकरण को लेकर नीति बनाने की मांग के संदर्भ में एसएमसी शिक्षक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार के किसी भी मंत्री, विधायक, यहां तक कि अधिकारियों ने भी इन शिक्षकों से बातचीत करने की जहमत नहीं उठाई है.
उन्होंने कहा कि सरकार के बेहतर शिक्षा देने के दावों की पोल, एसएमसी शिक्षकों का धरना प्रदर्शन खोल रहा है. जिस राज्य में शिक्षक धरने पर होंगे, उस राज्य में शिक्षा में सुधार कैसे होगा, इसका अंदाजा स्वयं लगाया जा सकता है. प्रदेश सरकार द्वारा एसएमसी शिक्षकों के नियमितिकरण के लिए नीति न बनाने के विरोध में कक्षाओं का बहिष्कार कर शिक्षक आंदोलन की राह पर हैं, लेकिन जिस तरह से सरकार इनके आंदोलन को नजरअंदाज कर रही है, सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार