शिमला: राज्य के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि शराब की प्रत्येक बोतल की बिक्री पर लगाए गए मिल्क सैस से सरकार इस वित्तीय वर्ष में लगभग एक सौ करोड़ की कमाई कर लेगी. इस मद में सरकार इस वर्ष 31 जनवरी तक 90 करोड़ 77 लाख, 99 हजार 232 रुपये की कमाई कर चुकी है.
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान सोमवार (19 फरवरी) को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया के सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शराब की प्रत्येक बोतल की बिक्री पर लगाए गए मिल्क सैस से 1 अप्रैल 2023 से लेकर 31 जनवरी 2024 तक 90 करोड़ 77 लाख, 99 हजार 232 रुपये की कमाई की है और इस वित्त वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा एक सौ करोड़ रुपये के आंकड़े को छुएगा. उन्होंने कहा कि मिल्क सैस का पैसा दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर खर्च किया जाएगा.
चौहान ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में नई आबकारी नीति के तहत शराब की खुदरा दुकानों की नीलामी ऑक्शन कम टेंडर के माध्यम से की गई थी. नीलामी के लिए खुदरा दुकानों के लिए आरक्षित राशि 1446 करोड़ रुपये रखी थी, जो बढ़ाकर 1815 करोड़ रुपये में नीलाम की गई. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में यह करीब 40 फीसदी अधिक है. उन्होंने कहा कि आबकारी नीति में उपरोक्त संशोधन लाने से सरकारी राजस्व में 515 करोड़ रुपये की अतिरिक्त बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकार ने आबकारी अधिनियम के तहत 2350.81 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसमें से 31 जनवरी तक 2187 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया गया है.
मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आबकारी एवं कराधान कर से 1 अप्रैल 2023 से 31 जनवरी 2024 तक 8533.17 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है. इसमें राज्य आबकारी से 2187.28 करोड़ रुपये, बिक्री कर व्यापार आदि से 1475.14 करोड़ रुपये, एसजीएसटी से 4492 करोड़ रुपये, पीजीटी से 57.51 करोड़ रुपये और ओटीडी से 321,38 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के राजस्व की 70 करोड़ रुपये की राशि पिछले वर्ष 2022-23 में ही सरकारी खजाने में जमा करवा दी थी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार