शिमला: हिमाचल प्रदेश सैलानियों की पसंद बना हुआ है. भारी तादाद में देसी-विदेशी सैलानी हिमाचल की वादियों का रूख कर रहे हैं. प्रदेश पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते वर्ष 2023 की पहली छमाही में एक करोड़ से अधिक पर्यटकों ने हिमाचल प्रदेश का दौरा किया. इनमें 99,78,504 घरेलू और 28,239 विदेशी पर्यटक शामिल रहे.
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि पर्यटकों की सुरक्षित व परेशानी मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने बिलासपुर, मंडी और कुल्लू से होकर गुजरने वाले कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर तीन ट्रैफिक टूरिस्ट पुलिस स्टेशन (टीटीपीएस) स्थापित किए हैं. ये स्टेशन सैलानियों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं. पुलिस मुख्यालय के अनुसार जिला बिलासपुर के बघेड़, जिला मंडी के नेरचौेक और जिला कुल्लू के भुंतर में रणनीतिक रूप से स्थित ये स्टेशन यातायात प्रबंधन और क्षेत्र के सुंदर मार्गों से गुजरने वाले आगंतुकों को मदद प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहे है.
पुलिस के अनुसार क्रिसमस की पूर्व संध्या और नए साल 2024 का जश्न मनाने के लिए 12,000 से अधिक वाहनों के साथ लगभग 65 हजार पर्यटकों ने अटल सुरंग रोहतांग का दौरा किया. खासकर छुट्टियों के मौसम में प्रदेश में पर्यटकों की भारी आमद देखी गई. 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित 9.2 किलोमीटर लंबी और दुनिया की सबसे लंबी अटल सुरंग रोहतांग सहित राज्य के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या अधिक रही.
पुलिस के अनुसार इन टीटीपीएस का प्राथमिक उद्देश्य इस राष्ट्रीय राजमार्ग का उपयोग करने वाले सभी सड़क उपयोगकर्ताओं को एक सुरक्षित, सुचारू और संरक्षित परिवहन वातावरण प्रदान करना है. टीटीपीएस कर्मचारी पर्यटकों को सुविधा प्रदान करेंगे, पर्यटकों को सहायता प्रदान करेंगे, यातायात की भीड़ को संभालेंगे, सड़क दुर्घटनाओं के दौरान जांच करेंगे और बचाव करेंगे. साथ ही डेटा विश्लेषण के माध्यम से आवश्यक हस्तक्षेप करेंगे. वर्तमान में ये तीनों ट्रैफिक टूरिस्ट पुलिस स्टेशन क्रियाशील हैं और अपना कार्य प्रभावी ढंग से कर रहे हैं.
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार ने एक समर्पित ट्रैफिक टूरिस्ट पुलिस स्टेशन की स्थापना के लिए भी प्रस्ताव रखा है. यह पहल स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए सुरक्षा और सुविधा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक टूरिस्ट पुलिस स्टेशन के जरिए रोड रेज और गुंडागर्दी की घटनाओं को रोकने के लिए मोबाइल गश्त भी सुनिश्चित की जाएगी. गश्त के दौरान उल्लंघन पाए जाने पर समय पर कार्रवाई के लिए संबंधित क्षेत्राधिकार वाले पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को सूचित किया जाएगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार