धर्मशाला: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, कांगड़ा-चंबा भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी व विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र में अच्छे विपक्ष की भूमिका में भी खरा नहीं उतर पा रहा है. उन्होंने कहा कि आखिर कांग्रेस एक गांधी-नेहरू परिवार व राहुल गांधी को लांच करने में अपनी सारी एनर्जी लगा रही है. इसके लिए देश की सभी पार्टियों तक का सहारा लिया जा रहा है. परमार ने कहा कि यह स्वतंत्र लोकतंत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है. जिसमें एक गांधी परिवार की साख बचाने के लिए राष्ट्रीय सहित स्वतंत्र क्षेत्रीय पार्टियों तक से देश को गिरवी रखने वाली शर्तों के साथ गठबंधन किया जा रहा है. विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस देश को जोड़ने की बात कहकर यात्रा कर रही है, जबकि हर तरफ बात देश को तोड़ने की हो रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपनी लीडरशिप के लिए नेहरू-गांधी परिवार से बाहर सोचने की जरूरत है. परमार ने कहा कि साल 2014 और साल 2019 में राहुल गांधी की लीडरशिप कांग्रेस पार्टी को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. राहुल गांधी कांग्रेस का चेहरा थे. अब एक बार फिर से उनकी उलल-झलूल हरकतों से 2024 में कांग्रेस की हार तय है. उन्होंने कहा कि भाजपा देश की जनता के सहयोग से प्रचंड बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनाएगी और आम लोगों के लिए काम को जारी रखा जाएगा.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की भोली-भाली जनता को दस झूठी गारंटीयां में फंसाया और प्रदेश में कपटता, फरेब से सत्ता हासिल कर ली. पूरे देश में कांग्रेस ने हर राज्य में झूठी गारंटीयां दी, उसी तर्ज पर विधानसभा चुनावों से पहले हिमाचल प्रदेश में भी झूठी दस गारंटीयां दी और सत्ता हासिल की. परंतु प्रदेश में दी झूठी गारंटीयां कांग्रेस सरकार का मॉडल बना जिसके चलते राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. अब पूरे प्रदेश के आम लोगों का ही नहीं, बल्कि कांग्रेस नेताओं, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कांग्रेस द्वारा दी गईं झूठी गारंटीयां से मनोबल टूट चुका है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार