धर्मशाला: हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन (एचएमओए) 10 फरवरी तक काले बिल्ले लगाकर अपना शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रखेगी. एसोसिएशन की जिला कांगड़ा इकाई की मंगलवार (6 फरवरी) को जोनल अस्पताल धर्मशाला में आयोजित हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में ऐसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर रणनीति तैयार की है.
इसके तहत अब 10 फरवरी तक काले बिल्ले लगाकर शांतिपूर्ण तरीके से ही धरना-प्रदर्शन जारी रखा जाएगा. 10 फरवरी को शिमला में स्टेट कॅमेटी की मिटिगं होगी. इसके साथ ही 11 फरवरी को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मेडिकल ऐसोसिएशन अपनी मांगों के संदर्भ में मुलाकात करेगी. बैठक में होने वाले निर्णय के आधार पर ही आंदोलन की आगामी रूपरेखा भी तय की जाएगी.
एचएमओए जिला कांगड़ा इकाई के महासचिव डा. उदय सिंह ने बताया कि चिकित्सकों की बड़ी मांग नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) को बहाल करने की है. चिकित्सकों के पास पदोन्नति के बहुत कम पद स्वीकृत है. इस संदर्भ में उन्हें 4-9-14 एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन स्कीम दी जाती थी, इसे फिर बहाल किया जाए.
डायनेमिक करियर प्रोग्रेशन स्कीम केंद्र के बराबर लागू हो. रेगुलर डीपीसी न करने से मेडिकल कालेज की मान्यताओं पर भी खतरा मंडरा रहा है. इसे रेगुलर किया जाए. तीन जून को प्रोजेक्ट डायरेक्टर एड्स कंट्रोल सोसायटी का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को पुन: प्रदान करने के संदर्भ में सहमति जताई थी. धरातल पर स्वास्थ्य निदेशक की स्थायी नियुक्ति नहीं हो पाई. जो एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को दिया जाना था, वह मामला भी अधर में लटक गया है. ऐसे में उक्त सभी मामलों को लेकर पिछले दो सप्ताह से डाक्टर्स काले बैज लगाकर रोष जता रहे हैं. अब 10 फरवरी तक आंदोलन इसी तर्ज पर जारी रहेगा, जबकि 11 को सीएम के साथ बैठक होने के बाद स्टेट कॅमेटी की ओर से आगामी रणनीति बनाई जाएगी.
गौरतलब है कि पिछले जनवरी माह में दो सप्ताह से भी अधिक समय से लगातार डाक्टर्स अपनी मांगों को लेकर काले बैज लगाकर मरीजों का उपचार करते हुए सरकार के प्रति रोष जता रहे हैं. एक साल से लंबित मांगों पर सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रर्वाई नहीं हो पाई है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार