सोलन: प्रदेश में इन दिनों सरकारी अस्पतालों में चिकिसक अपनी मांगों को लेकर काले बिल्ले लगाकर सरकार के प्रति रोष व्यक्त कर रहे हैं . पिछले 20 दिनों से जारी इस रोष प्रदर्शन पर चिकित्सक केवल सरकार के आश्वासन से संतुष्ट होते दिखाई नहीं दे रहे हैं . इस बात को वह खुलकर कह चुके हैं.
इस दौरान सोलन पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने इस बाबत कहा कि चिकित्सकों की मांगों पर सरकार गंभार रूप से सोच विचार कर रही है . जल्द ही इस विषय को सुलझा लिया जायेगा. उनका कहना था कि चिकित्सकों को एनपीए दिया जाएगा जिसे लेकर कैबिनेट में विस्तार से चर्चा की जाएगी.
एनपीए बहाल करने समेत पांच प्रमुख मांगों को लेकर प्रदेश के सभी अस्पतालों में चिकित्सकों द्वारा काले बिल्ले लगाकर अपना रोष प्रकट किया जा रहा है. इसके चलते चिकित्सक काले बिल्ले लगाकर ओपीडी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं .
चिकित्सकों की मांगों बारे प्रमुख रूप से : एनपीए बहाल करना . एड्स कंट्रोल सोसायटी में परियोजना निदेशक का कार्यभार वापस स्वास्थ्य निदेशक को दिया जाना. विशेष रूप से 4-9-14 की बहाली करना .
वरिष्ठता के आधार पर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, जेडी, डीडी, सीएमओ, एसएमएस, बीएमओ को पदोन्नति देना . तथा सेवानिवृत होने के बाद किसी भी आधार पर सेवाविस्तार नहीं दिया जाना चाहिए .
इस बारे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों की मांगों बारे विस्तार से चर्चा हो चुकी है . उनका कहना है कि चिकित्सकों की मुख्य मांग एनपीए बहाल करना है जिसके लिए वह एक बार चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह से मुलाकात करवा चुके हैं . चिकित्सकों की मांग को पूरा करने के लिए भी सरकार कार्य कर रही है.
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सरकार के पास धन की कमी है, लेकिन बावजूद इसके चिकित्सकों की मांग को देखते हुए एनपीए दिया जाएगा जिसके लिए कैबिनेट में चर्चा की जाएगी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार