युनाइटेड अरब अमिरात (यूएई) के अबू धाबी में भव्य हिंदू मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. मु्स्लिम बहुल आबादी वाले इस देश में बीएपीएस हिंदू मंदिर को बनाया गया है, जिसका उद्घाटन 14 फरवरी को पीएम मोदी की तरफ से किया जाने वाला है. बता दें कि अभी ये अपने निर्माण के आखिरी चरण में है, 13 फरवरी को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में अहलान मोदी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएई में रहने वाले भारतीयों को संबोधित करेंगे. साथ ही फिर 14 फरवरी को मंदिर से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. आईए जानते हैं इस मंदिर की क्या-क्या विशेषताएं हैं.
यूएई में बन रहे इस हिंदू मंदिर में कई चीजों का ध्यान रखा गया है, मंदिर कुल 700 करोड़ की लागत में बनकर तैयार हो रहा है. इसका निर्माण 27 एकड़ की जमीन पर भव्य तरीके से हुआ है, जिसकी डिजाइन से लेकर पत्थर तक का ध्यान खासतौर पर रखा गया है. इसके निर्माण में 18 लाख से ज्यादा ईंटों का प्रयोग किया गया है, वहीं राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थर और संगमरमर से डिजाइन्स बनाई गई हैं. इसमें यूएई का प्रतिनिधित्व करने वाले 7 शिखर बनाए गए हैं. वहीं 402 स्तंभ मंदिर की भव्यता को कई गुना बढ़ाने का काम कर रहे हैं.
मंदिर के लिए संगमरमर इटली से लाया गया है. वहीं कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए मंदिर की आधारशिला में कंक्रीट के मिश्रण के साथ फ्लाई ऐश का प्रयोग किया गया. अबू धाबी में बन रहा हिंदू मंदिर एशिया का सबसे बड़ा मंदिर होने जा रहा है, इसकी ऊंचाई 32.92 मीटर, लंबाई 79.86 मीटर और चौड़ाई 54.86 मीटर रखी गई है. साथ ही इस मंदिर निर्माण में 18 लाख ईंट का इस्तेमाल किया गया है. 27 एकड़ भूमि पर बने इस मंदिर में ऐसे पत्थर भी लगाए गए हैं जोकि तेज गर्मी में भी ठंडक प्रदान करेंगे.