शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने शनिवार को कहा है कि लाल कृष्ण अडवानी को भारत रत्न देने का भारत सरकार का निर्णय अत्यन्त सराहनीय और महत्वपूर्ण है. बीते 22 जनवरी को जब 500 वर्षों के बाद अयोघ्या में प्रभु श्री राम जी के मन्दिर का शुभारम्भ हुआ था, उसी समय अडवानी इस सम्मान से सम्मानित हो गये थे.
भाजपा के वयोवृद्ध नेता कहा कि अयोध्या में राम मन्दिर बनाने के लिये कई प्रयत्न हुए. राम भक्तों पर गोलियां वरसी – असंख्य शहीद हुए. राम मन्दिर बनाने के लिये अन्तिम सफल प्रयत्न का संकल्प पालमपुर में भाजपा ने लाल कृष्ण की अध्यक्षता में प्रस्ताव पारित कर लिया था. उसके एकदम बाद सोमनाथ से अयोघ्या तक अडवानी की ऐतिहासिक यात्रा ने पूरे भारत को इस प्रश्न पर जागृत किया था. उसके बाद जो भी हुआ उसमें भाजपा और अडवानी का योगदान प्रमुख था.
शान्ता कुमार ने कहा कि अडवानी स्वास्थ होते और प्राण प्रतिश्ठा के समय अयोघ्याा में होते तो पूरे भारत के लिये आनन्दमय क्षण होते. परन्तु आज भारत सरकार के निणर्य से भारत के करोड़ों लोगों को बड़ा आनन्द आया होगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार