शिमला: राजधानी शिमला में हो रही बर्फीली और हाड़कंपा देने वाली ठंड के बावजूद भी एसएमसी शिक्षकों का अनशन जारी है. उपायुक्त कार्यालय के समीप हवाघर में नियमितीकरण की मांग को लेकर क्रमिक अनशन पर बैठे एसएमसी शिक्षकों के हौसले बुलंद हैं.
एसएमसी शिक्षकों के क्रमिक अनशन का शनिवार (03 फरवरी) को आठवां दिन है. खास बात यह है कि बर्फबारी के दौरान भी शिक्षक धरने पर डटे हुए हैं. उनकी रजाइयां तक बर्फबारी और वर्षा में गीली हो रही हैं. उन्होंने हवाघर में हवा और पानी को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं. लेकिन एसएमसी शिक्षक संघ ने तिरपाल लगाकर किसी तरह से अनशन स्थल को सूखा रखने के प्रयास किया है.
आंदोलनरत शिक्षकों का साफ तौर पर कहना है जब तक नियमतिकरण की मांग पूरी नहीं हो जाती बर्फबारी और कड़ाके की सर्दी भी उनके आंदोलन की गर्मी को पस्त नही कर सकती.
एसएमसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष निर्मल ठाकुर ने शनिवार को बताया कि राजधानी में बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के दौरान वह क्रमिक अनशन पर डटे हुए हैं. उनके नियमतिकरण के लक्ष्य को हाड़ कंपा देने वाली ठंड भी कमजोर नहीं कर सकती.
उन्होंने कहा काफी लंबे समय से उनकी एक ही मांग है नियमतिकरण जिसको लेकर उन्हें क्रमिक अनशन पर बैठना पड़ा.कुछ शिक्षक उम्र की उस दहलीज पर हैं जहां उनकी निगाहें सरकार को निहार रही हैं. उनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक हो गयी हैं और 20 फीसदी अध्यापक ऐसा है जो इस वर्ष सेवानिवृत्त होने वाला है. उन्होंने कहा कि दूरदराज क्षेत्रों में सेवा दे रहे एसएमसी शिक्षकों के सहारे स्कूल चल रहे हैं. उन्हें सुख की सरकार से बहुत उम्मीदें है.
उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के नारे को लेकर सत्ता में आई सुख की सरकार से उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह उनकी मांग पूरा करेगी. वहीं उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि उन्हें या तो नियमित किया जाए अन्यथा उन्हें नोकरी से निकाल दिया जाए अगर जल्द उनकी मांग पर गौर नही किया गया तो एक दो दिन के भीतर वह पेन डाउन कर कक्षाओं के बहिष्कार करेंगे.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार