शिमला: विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सुक्खू सरकार 13 महीने में जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है. सुक्खू सरकार से परेशान होकर लोग सड़कों पर उतर आएं हैं.
भाजपा का कहना है कि यह हिमाचल प्रदेश की पहली ऐसी सरकार है, जहां एक वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के अंदर ही कर्मचारी सड़कों पर उतर आएं हैं. शास्त्री अध्यापक, बिजली बोर्ड के कर्मचारी, एसएमसी अध्यापक व एचआरटीसी के कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं.
भाजपा विधायक व मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने सोमवार (28 जनवरी) को पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों, युवाओं और किसानों से वायदे किए, परन्तु यह सरकार एक भी वायदा पूरा करने में नाकामयाब रही. चुनाव के दिनों में वर्तमान सरकार ने कहा था कि पुलिस के जवान जो 24 घंटे सेवाएं देते है उन्हें अतिरिक्त एक माह का वेतन दिया जाता था उसको देने की बात कही और साथ में डाइट मनी देने की बात कही थी.
राकेश जंबाल ने कहा कि 25 जनवरी को प्रदेश के कर्मचारी और पेंशनर्स इंतजार कर रहे थे कि 25 जनवरी को मुख्यमंत्री घोषणा करेंगे. लेकिन 25 जनवरी व 26 जनवरी भी चला गया. प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के हाथ कुछ नहीं लगा.
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने आते ही पूर्व की भारतीय जनता पार्टी की जयराम ठाकुर सरकार द्वारा खोले गए सैंकड़ों संस्थानों को बंद कर दिया था.
प्रदेश प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि आए दिन मुख्यमंत्री प्रदेश के दौरे कर मुख्यमंत्री प्राइमरी हेल्थ सेंटर, डिविज़न व सब-डिविज़न देने की घोषणाएं कर रहे हैं. राकेश जमवाल ने सवाल किया कि क्या बजट में प्रावधान करके मुख्यमंत्री यह घोषणा कर रहे हैं?
उन्होंने कहा कि इस सरकार के दौरान चुना हुआ प्रतिनिधि अपने क्षेत्र की प्राथमिकताएं, विधायक प्राथमिकता बैठक में रखता है, लेकिन उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. सुक्खू सरकार ने 13 महीने में मात्र बदला-बदली, पुरानी सरकार के काम रोकना और अपनी सारी नालाकियां केंद्र के पाले में डालना का काम किया है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार