कुल्लू: अग्निपथ योजना लंगड़ी है. इस योजना से केंद्र सरकार युवाओं के साथ कुठाराघात कर रही है. इसमें युवाओं का कैरियर नहीं है. यह बात कांग्रेस सैनिक लीग के प्रदेशाध्यक्ष ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर ने सोमवार को कुल्लू कही.
उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि के नाम से भी जाना जाता है और तकरीबन हर दूसरे घर से हमारे युवा सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने का सपना देखते हैं. मगर अफसोस, देश-प्रदेश के लगभग डेढ लाख युवाओं के इन सपनों पर केन्द्र की भाजपा सरकार ने ग्रहण लगा दिया है.
उन्होंने कहा कि जहां वह अपनी ड्यूटी दौरान अन्य कोर्स पास करके लगभग चार-पांच साल में एक अनुभवी व मजबूत लड़ाकू सैनिक बनते थे, जबकि अग्निपथ स्कीम में एक तो इनका प्रशिक्षण आधा कर दिया गया. जब तक एक अग्नीवीर पूरी तरह से एक प्रशिक्षित सैनिक बने उससे पहले ही कुल भर्ती हुए अग्नीवीरों में से 75 प्रतिशत अग्नीवीरों को जबरदस्ती रिटायर कर, कुछ लाभ देकर वापिस उन्हें फिर से बेरोजगार कर दिया जाएगा.
ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार कहती है कि उन्हें पुना-रोजगार में वरीयता दी जाएगी. यह कितना हास्यप्रद है. सरकार हर वर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा कर सत्ता में आई थी. सब हवा-हवाई निकला, बल्कि 75 प्रतिशत अग्नीवीरों को रिटायर करने से तो बेरोजगारी और बढ़ जाने की संभावना प्रबल होती है. यह बिल्कुल गलत है.
उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी, यूथ कांग्रेस, पूर्व सैनिक इन युवाओं की मदद के लिए आंदोलन हिमाचल प्रदेश में चलाएगी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार