शिमला: हिमाचल प्रदेश में चल रहा शूष्क मौसम का दौर जल्द थम सकता है और राज्य के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का नजारा देखने को मिलेगा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनिसार राज्य में 25 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसके प्रभाव से राज्य में बारिश-बर्फबारी का दौर चल सकता है.
25 जनवरी को राज्य के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी की संभावना है. इस दौरान लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, चंबा व शिमला जिलों के अधिक उंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है. हालांकि इस अवधि में राज्य के मैदानी भागों में मौसम साफ रहेगा. 26 से 28 जनवरी तक समूचे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा. इस दौरान मैदानों में गरज के साथ बारिश और पर्वतीय इलाकों में बर्फ गिरने के आसार हैं.
24 जनवरी को पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा, हालांकि मैदानी हिस्सों बिलासपुर, ऊना, हमीपुर और सोलन के बद्दी इत्यादि में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
सर्दियों के इस सीजन में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कम बर्फबारी हुई है. हिल्स स्टेशनों शिमला और मनाली में बर्फबरी के लिए सैलानियों को तरसना पड़ रहा है. यह लगातार दूसरा विंटर सीजन है जब शिमला शहर में बर्फबारी नहीं हुई है.
मनाली और सोलन समेत सात शहरों का माइनस में पारा
राज्य में शुष्क मौसम के बावजूद रातें बेहद ठंडी बनी हुई हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में 0.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. सात शहरों का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे रहा. लाहौल-स्पीति जिला का कुकुमसेरी सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान -8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा समधो में -3.7 डिग्री, कल्पा में -3.4 डिग्री, नारकंडा में -1.3 डिग्री, मनाली में -0.7, सुंदरनगर में -0.6 और सोलन में -0.2 डिग्री सेल्सियस रहा.
अन्य शहरों के तापमान पर नजर डालें, तो शिमला में 2.4 डिग्री, भुंतर में 0.4 डिग्री, धर्मशाला में 4.4 डिग्री, उना में 2.6 डिग्री, नाहन में 4.9 डिग्री, पालमपुर में 2.5 डिग्री, कांगड़ा में 2.8 डिग्री, कुफरी में 0.1 डिग्री, मंडी में 0.2, जुब्बड़हट्टी में 5 डिग्री, रिकांगपिओ में 0.1 डिग्री, धौलाकूआं में 5.7 डिग्री, पांवटा साहिब में 8 डिग्री, सराहन में 0.5 डिग्री और देहरा गोपीपुर में 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इधर, कई दिनों से बादलों के नहीं बरसने से राज्य में सूखे की स्थिति पनप रही है. इससे प्रदेश के मैदानी भागों में गेहूं की फसल पीली पड़नी शुरू हो गई है. इसी तरह सूखे का आम व लीची के फलावरिंग पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है. वहीं अप्पर शिमला सहित सेब बाहुल्य इलाकों में बर्फ नहीं गिरने से सेब को चिलिंग आवर नहीं मिल पा रहा है. इससे सेब का उत्पादन प्रभावित हो सकता है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार