कुल्लू: प्रदेश मंत्रिमंडल ने फिर से बिजली महादेव रोप-वे को मंजूरी दे दी गई है. लेकिन बिजली महादेव मंदिर कमेटी मथाण ने इसका विरोध प्रकट किया है. कमेटी ने आज (शुक्रवार) अपना विरोध प्रकट करते हुए रोपवे के विरोध में डीसी को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कमेटी ने स्पष्ट किया है कि मार्च 2023 से जैसे ही बिजली महादेव रोप-वे सर्वे का काम शुरू हुआ उस के तुरन्त बाद बिजली महादेव ने देववाणी द्वारा इस रोप-वे लगाने का कड़े शब्दों में हर जगह विरोध किया तथा इसको लगाने से परिणाम भुगतने का इशारा किया.
बीते 12 जनवरी को फिर से प्रदेश सरकार की केबिनेट बिजली महादेव रोप-वे लगाने की मंजुरी दे रही है. प्रदेश सरकार विरोध के बिन्दुओं को केन्द्र सरकार से छुपाने की कोशिश कर रही है.
बिजली महादेव मंदिर के कारदार विनेंद्र सिंह जंबाल ने कहा कि यह मुद्दा आस्था का है. जब बिजली महादेव खुद इस परियोजना को लगाने के लिए देववाणी द्वारा साफ-साफ इन्कार कर रहा है तो प्रदेश सरकार की समझ में यह बात आज तक क्यों नहीं आ रही है. यह चितां का विषय है.
बिजली महादेव ने रोपवे निर्माण को लेकर मना किया है. ऐसे में मन्दिर कमेटी भी विरोध करती है. उन्होंने कहा घाटी में अनेक पर्यटन स्थल हैं जहां रोपवे लगाया जा सकता है. उससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा साथ ही देव आस्था को भी नुकसान नहीं होगा. उन्होंने साफ किया कि अगर देव आस्था का ख्याल नहीं रखा गया तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार