कुल्लू: एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में वीरवार (18 जनवरी) को सैंकड़ों लोगों द्वारा कुल्लू में धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों का विरोध इस बात को लेकर है कि मणिकर्ण घाटी की स्वर्ण समाज की महिला पर जाति सूचक शब्द कहने का झूठा आरोप लगाया गया है.
स्वर्ण समाज के लोग वीरवार को ढालपुर के ऐतिहासिक मैदान में इकट्ठा हुए जहां उन्होंने राजनीतिक पार्टियों सहित जिला प्रशासन ओर पुलिस प्रशासन आई विरुद्ध नारे बाजी की और महिला ओर उसकी बेटी को न्याय दिलाने की भी बात कही.
यह मामला करीब दो माह पूर्व सड़क मार्ग के निर्माण के दौरान दो पक्षों में झगड़ा हो गया था ओर एक पक्ष ने स्वर्ण समाज की महिला ओर उसकी बेटी पर एट्रोसिट्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया था.
देव भूमि क्षत्रिय संगठन एवं स्वर्ण मोर्चा के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय अध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार एसटी एससी एक्ट के अंतर्गत शिकायत मिलते ही मामला दर्ज कर लेती है. फिर चाहे वो झूठ ही क्यों न हो.
उन्होंने कहा प्रदेश और देश का इतिहास खोल कर देखो, ऐसे मामले झूठे पाए जाते हैं लेकिन जिस व्यक्ति पर या महिला पर मामला दर्ज किया जाता है उसे हाईकोर्ट जा कर जमानत करवाने पर मजबूर होना पड़ता है. हाईकोर्ट के दरवाजे तक पहुंचने के लिए लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं. जबकि दूसरी ओर शिकायत करने वाले पात्र को सरकार लाखों रुपए देती है. यही नहीं केस अगर जीत भी जाते हैं तो स्वर्ण समाज का पात्र मानहानि का दावा तक नहीं कर सकता.
उन्होंने प्रशासन ओर पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अब स्वर्ण समाज यह अन्याय कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. स्वर्ण समाज इस काले कानून के विरुद्ध सड़कों पर उतरेगा और न्याय मांगेगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार