शिमला: नियमितीकरण की मांग पूरी न होने पर एसएमसी अध्यापकों ने राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एसएमसी अध्यापक संघ ने 26 जनवरी से क्रमिक अनशन की चेतावनी देते हुए सरकार से मांग की है कि अगर 25 जनवरी तक नियमितीकरण को लेकर फैसला नहीं लिया तो आने वाले दिनों में आंदोलन को तेज किया जाएगा.
एसएमसी अध्यापकों के अनुसार कक्षाओं का बहिष्कार करने के अलावा वे परिवार सहित सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे. एसएमसी अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील शर्मा ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि अध्यापकों को नियमित करने को लेकर बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी ने अपनी रिपोर्ट अभी तक सरकार को नही सौंपी है.
उन्होंने कहा कि कैबिनेट सब कमेटी के लिए 31 दिसंबर तक का समय कैबिनेट को रिपोर्ट सौंपने के लिए दिया था परंतु इस संदर्भ में अभी तक भी कोई कार्य होता नहीं दिख रहा है. उन्होंने इस बात की चिंता जताई कि अन्य सभी अस्थाई अध्यापक जो समय-समय पर भर्ती किए गए हैं उनमें से कई न्यूनतम योग्यता को भी पूरी नहीं करते परंतु सरकार ने उन्हें समय दिया और नियमित किया इसके विपरीत एसएमसी अध्यापक जो भर्ती व पदोन्नति नियमों को पूरा करते हुए भी अभी तक शोषित हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि एसएमसी शिक्षकों के लिए स्थितियां ऐसी बनी हुई हैं कि 20 फीसदी अध्यापक उम्र पूरा होने पर बिना नियमित हुए ही सेवानिवृत होने वाले हैं. एसएमसी दुर्गम इलाकों में कम पैसे पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिससे परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है. एसएमसी अध्यापकों ने सरकार से कई बार नियमित करने की गुहार लगाई है लेकिन सरकार आर्थिक स्थिति का हवाला देकर बार-बार मामले को लटकाने का प्रयास कर रही है जो अब बर्दास्त से बाहर हो गया है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार