धर्मशाला: पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में युवाओं को सशक्त बनाने के दृष्टिगत सौर ऊर्जा के दोहन के लिए राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के चरण-दो को शुरू करने का निर्णय लिया गया. यह योजना 100 किलोवाट से 500 किलोवाट तक क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाओं (एसपीपी) को स्थापित करने पर केंद्रित है. यह योजना राज्य के अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों को हासिल करने में मील पत्थर साबित होगी. यह योजना 21 से 45 वर्ष की आयु के युवाओं को उद्यमशीलता के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ कौशल विकास को प्रोत्साहित करेगी.
सोमवार (08 जनवरी) को कांगड़ा तथा नगरोटा बगबां में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि राजीव गांधी स्टार्ट अप योजना के तहत प्रतिभागियों को तीन बीघा भूमि पर 100 किलोवाट क्षमता की परियोजना स्थापित करने के लिए 25 वर्षों तक लगभग 20,000 रुपये मासिक आय और क्रमशः पांच और दस बीघा भूमि में स्थापित की जाने वाली 200 किलोवाट और 500 किलोवाट क्षमता की परियोजनाओं के लिए 40 हजार व एक लाख प्रतिमाह मासिक आय प्राप्त होगी.
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्टार्ट अप योजना के तहत, वित्तपोषण में राज्य सरकार द्वारा 70 प्रतिशत बैंक ऋण उपलब्ध करवाने में सहायता और राज्य सरकार द्वारा 30 प्रतिशत इक्विटी प्रदान की जाएगी. सौर ऊर्जा डेवलपर को केवल 10 प्रतिशत जमानत राशि जमा करवानी होगी. यह जमानत राशि 25 वर्षों के उपरान्त डेवलपर को वापिस कर दी जाएगी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार