भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और नया इतहास रच दिया है. भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 आज शनिवार (6 जनवरी) को अपनी मंजिल पर सफलतापूर्वक पहुंच गया है. इसरो का आदित्य एल-1 अपने अंतिम कक्षा में स्थापित हो गया है.
पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर आदित्य-एल1 सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित हो गया है. सूर्य के रहसयें का पता लगाने में मदद करेगा आदित्य एल-1. आखिरी पड़ाव पर पहुंचने के बाद अंतरिक्ष यान बिना किसी ग्रहण के सूर्य को देख भी सकेगा.
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बता दें कि एल1 अंतरिक्ष में उस स्थान को कहा जाता है, जहां सूर्य और पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल एक समान होता है. इस मिशन की सफलता के साथ अमेरिका के बाद केवल भारत ऐसा देश बन गया है जिसका अंतरिक्ष यान इस प्वाइंट तक पहुंचा.
जानिए अब तक क्या-क्या हुआ
- 2 सितंबर 2023 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आदित्य एल वन का प्रक्षेपण.
- 03- 15 सितंबर को अंतरिक्ष यान ने विभिन्न चरणों को पूरा किया.
- 19 सितंबर को सूर्य-पृथ्वी एल वन प्वाइंट की ओर बढ़ा.
- 30 सितंबर को पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से बाहर निकला.
- 1 दिसंबर को आदित्य सोलर विंड पार्टिकल्स एक्सपेरिमेंट में सोलर विंड आयन स्पेक्ट्रोमीटर पेलोड शुरू.
- 6 जनवरी को आदित्य एल वन यान गंतव्य कक्षा में स्थापित हो गया.