धर्मशाला: कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदेश में चलाई जा रही महत्वाकांक्षी जाइका एग्रीकल्चर परियोजना से जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी वहीं इससे कृषि ढांचे में कई बदलाव आने के साथ व्यापक सुधार होंगे. यह जानकारी उन्होंने वीरवार (4 जनवरी) को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत ज्वाली में जाइका परियोजना के ब्लॉक परियोजना प्रबंधक कार्यालय का उद्धघाटन करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए दी.
कृषि मंत्री ने बताया कि इस परियोजना के दूसरे चरण में प्रदेश में 1010 करोड़ रुपए व्यय किये जायेंगे. जिससे लगभग 7433 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी.
उन्होंने बताया कि जिला परियोजना प्रबंधन इकाई,पालमपुर (जिला कांगड़ा एवं चम्बा) के तहत पालमपुर, कांगड़ा, शाहपुर,ज्वाली और चम्बा में पांच खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाईयां स्थापित की गई हैं. इन इकाइयों के अंतर्गत 98 उप परियोजनाएं प्रस्तावित की गई हैं जिसमें से 78 परियोजनाओं की डीपीआर तैयार हो चुकी है इससे लगभग 2837 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि में सिंचाई क्षमता का निर्माण होगा.
उन्होंने बताया कि ज्वाली खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई के अंतर्गत लगभग 17 करोड़ रुपए की 19 सिंचाई उप परियोजनाएं शामिल की गई हैं. जिसमें से 17 उप परियोजनाओं की डीपीआर बनकर तैयार हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं से क्षेत्र के 1650 किसान परिवारों की 750 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी.
उन्होंने किसानों से जाइका एग्रीकल्चर परियोजना से जुड़ने का आह्वान किया, ताकि अधिक से अधिक किसानों को इस परियोजना के अंतर्गत संचालित विभिन्न कृषि गतिविधियों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जा सके.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार