शिमला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश में बढ़ रहे नशा माफिया को रोकने के लिए विश्वविद्यालय के कुलसचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष गौरव कुमार ने कहा कि जिस तरह से वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश में नशा माफिया सक्रिय हो गया है और प्रदेश के जवानों को कब्जे में ले रहा है, यह एक चिंतनीय विषय है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशा माफिया के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए.
गौरव कुमार ने कहा कि पिछले कुछ समय में नशे के कई मामले सामने आए हैं. हाल ही में एनआईटी हमीरपुर में चिट्टे की ओवरडोज से एक छात्र की मौत हो गई. वर्तमान समय में नशे का चलन तेजी से बढ़ रहा है. जिससे यहां के युवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. हिमाचल के गांव, शहरों और शिक्षण संस्थानों में नशे की लत अपनी जड़ें जमा चुकी है. जिसके चलते प्रदेश में आए दिन कई दुर्घटनाएं और आपराधिक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं.
उन्होंने कहा कि हिमाचल के युवाओं का नशे में संलिप्त होना चिंताजनक विषय है और विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी को रोकने के लिए एक समिति का गठन करने जा रही है. इस समिति के विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के साथ साथ युवक मंडल, महिला मंडल, राजनीतिक एवम् अन्य विभिन्न क्षेत्रों के लोगो को शामिल किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी यदि ऐसी कोई समिति बनाती है तो विद्यार्थी परिषद नशे के जहर को रोकने के लिए राज्य सरकार से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी होगी.
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद यह मांग करती है की प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में बढ़ते नशा माफिया के खिलाफ कार्यवाही की जाए और शैक्षणिक संस्थानों के प्रशासन को अपने परिसरों और छात्रावासों में नशे के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए जाने चाहिए. पुलिस प्रशासन को नशामुक्ति अभियान के लिए विशेष कदम व टीम का गठन करना चाहिए.
विद्यार्थी परिषद समाज के हर वर्ग से अनुरोध करती है कि नशे के खिलाफ एकजुट हों और और समाज से इस जहर को खत्म करने में एक दूसरे का सहयोग करें.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार