शिमला: नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि चुनावी गारंटियां प्रदेश की कांग्रेस सरकार के गले पड़ गई हैं. झूठी गारंटियां देने वाले इनके छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नेता तो घर बैठ गए हैं लेकिन हिमाचल की जनता को वोट बैंक की खातिर धोखा देकर इन्होंने हजारों करोड़ के बोझ तले दबने को विवश कर दिया है.
उन्होंने रविवार(24 दिसंबर ) को एक बयान में कहा कि एक साल में जो सरकार 14 हज़ार करोड़ रुपए का ऋण ले चुकी है वो आगे पांच वर्ष कितना बोझ हिमाचल पर डालने जा रही है उसका अभी से अनुमान लगाया जा सकता है. भाजपा अब तक तक चुप नहीं बैठेगी जब तक ये सरकार अपनी दी इन गारंटियो को पूरा नहीं करती. भाजपा आगे भी सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस को इसकी याद दिलाती रहेगी.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधान सभा के शीतकालीन सत्र में सरकार से इन झूठी गारंटियों का जवाब देते नहीं बन पा रहा था. पूरी सरकार सत्र में असहज दिखी. भाजपा विधायक दल और पार्टी ने तय किया था कि सरकार को इनकी चुनावों में दी गारंटियां विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह याद दिलाई जाए जो इन्होंने एक वर्ष पूर्व सत्ता में आने से पहले जनता को दी थी. एक वर्ष बीत गया लेकिन अभी भी कोई गारंटी धरातल पर नहीं उतरी है. सबसे बड़ा छल इन्होंने महिलाओं, बेरोजगारों और किसानों से किया है. कहा था पहली जनवरी से महिलाओं के खाते में 1500 रुपए हर माह आयेंगे लेकिन एक साल इंतजार करते निकल गया. कहा था पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी क्षेत्र में पक्की नौकरी वाला रोजगार निकालेंगे लेकिन दूसरा वर्ष शुरू हो गया है. कहा था दूध 100 रुपए लीटर खरीदेंगे पर ये वायदा भी सिर्फ चुनावी निकला.
उन्होंने कहा कि यह वर्तमान सरकार का धर्मशाला में शीतकालीन सत्र के रूप में दूसरा सत्र है. उन्होंने कहा कि पक्ष और विपक्ष लोकतंत्र का गहना है और इसको हमें अच्छी स्पिरिट में आगे बढ़ाना चाहिए व प्रदेश के विकास में सभी को यथा-संभव अपना योगदान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सरकार की तकमियों को इंगित करने का है, चाहे वह सरकार को पसंद आये या न आये लेकिन यह विपक्ष की लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है.
हिन्दुस्थान समाचार