ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में वीडियो बनाने को लेकर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और यूट्यूब चैनल ‘कर्ली टेल्स’ की फाउंडर कामिया जानी विवादों में घिर गईं हैं. बीजेपी की प्रदेश ईकाई ने उन्हें गो माँस खाने वाली बताते हुए गिरफ्तारी की माँग की है. जगन्नाथ मंदिर में कामिया सत्ताधारी बीजू जनता दल के नेता वीके पांडियन के साथ महाप्रसाद चखती नजर आईं थी.
कामिया जानी का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है. वीडियो में वह हरे सूट में बीजेडी नेता वीके पंडियन के साथ जगन्नाथ मंदिर परिसर में जमीन पर बैठकर केले के पत्ते पर महाप्रसाद ग्रहण करती दिखाई दे रही हैं. इस पर आपत्ती जताते हुए बीजेपी महासचिव जतिन मोहंती ने उन्हें बीफ प्रमोटर बताते हुए पूछा है कि बीफ खाते हुए वीडियो बनाने वाली महिला को मंदिर में प्रवेश कैसे दिया गया. बीजेपी ने कहा कि इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं.
आपको बता दें, ओडिशा बीजेपी महासचिव ने कहा कि इससे पहले कामिया जानी ने गो माँस खाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था. गो माँस खाने वालों को जगन्नाथ मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए उनके खिलाफ 295 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए. अगर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया, तो हम अदालत का दरवाजा खटखटाएँगे.
ओडिशा बीजेपी ने अपने आधाकारिक एक्स हैंडल पर लिखा है, “ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत से समृद्ध पुरी श्रीमंदिर की पवित्रता की वीके पांडियन द्वारा शर्मनाक तरीके से अवहेलना की गई है. उन्होंने एक बीफ प्रमोटर को जगन्नाथ मंदिर के प्रतिष्ठित परिसर में प्रवेश की अनुमति दी. बीजेडी ओडिशा के लोगों की भावनाओं और जगन्नाथ संस्कृति की पवित्रता के प्रति उदासीन रहता है. जिम्मेदार लोगों को शीघ्र और गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.”
यही नहीं ओडिशा बीजेपी यूनिट ने अपने एक्स हैंडल पर कामिया के पुराने वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है. इसमें वो बीफ व्यंजन का प्रचार करती दिख रही हैं. विवाद के बाद कामिया जानी की सफाई भी आई है. उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में बीफ खाने की बात को खारीज कर दिया.
उन्होंने कहा कि संवेदनशील जगहों पर रोग की जानकारी व रोकथाम से संबंधित होर्डिंग लगाए जाने चाहिए. ट्रक यूनियनों, स्कूलों, औद्योगिक संस्थानों में रोग के बारे व्यापक जानकारी उपलब्ध करवाई जानी चाहिए.