धर्मशाला: तपोवन में चल रहे हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन शुक्रवार (22 दिसंबर) को सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच काफी तल्खी देखी गई. विपक्षी भाजपा विधायकों ने जहां बेरोजगारी और नौकरियों के मुद्दे को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया तो वहीं इसके पलटवार में कांग्रेस के विधायकों ने भी भाजपा के अन्य राज्यों में किये गए चुनावी वादों के बैनर के साथ प्रदर्शन किया. परिसर में दोनों पक्षों के विधायकों ने आमने-सामने आने पर जमकर जवाबी नारेबाजी की. विधायकों के आपस में धक्कामुक्की करने पर कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया. भाजपा विधायकों ने डिग्रियां जलाकर बेरोजगारी के मसले पर अपना आक्रोश जाहिर किया.
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले पांच लाख युवाओं को रोजगार देने का दावा किया था, लेकिन पिछले एक साल से भर्तियां लटकी हुई हैं. बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं और उन्हें डिग्रियों को जलाने की नौबत आ गई है. जयराम ने कहा कि सरकार से खाली पदों को भरने की लगातार मांग की जा रही हैं, लेकिन वो इस पर कतई भी गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले एक लाख युवाओं को एक साल में नौकरी देने की गारंटी दी गई थी. प्रदेश में 10 लाख से अधिक बेरोजगार हैं, जो नौकरी की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन सरकार उनको नौकरी देने के बजाय अपने चहेतों को सलाहकार, ओएसडी जैसे पदों से नवाज रही है तथा बेरोजगारों के साथ मजाक किया जा रहा है. विपक्ष इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और एक-एक कर सभी गारंटी को सरकार को याद दिलाया जाएगा.
भाजपा नेताओं के प्रदर्शन के जवाब में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायकों ने शुक्रवार को गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों और 15 लाख रुपये देने के वादों को लेकर भाजपा पर जवाबी हमला बोला. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश के भाजपा विधायक नौटंकी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्र सरकार से हिमाचल को मदद दिलाने का कोई प्रयास नहीं कर रही है. मोदी सरकार ने वर्ष 2014 में काले धन की वापसी पर 15-15 लाख देने का दावा किया था, जो अभी तक किसी को नहीं मिला है. विपक्षी दल भाजपा मुद्दाविहीन होने के कारण बिना तथ्य मुद्दों को उठा रहा है. कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एक साल में बेहतरीन कार्य किए हैं और सभी गारंटियों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है.