जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में पांच जवान बलिदानी हो गए, तो वहीं 2 जवान घायल हैं. वहीं इस हमले के बाद सेना ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है. करीब 15 घंटे से आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ जारी है. इस बीच जानकारी मिली है कि आतंकियों ने जिस इलाके में सेना की गाड़ी को निशाना बनाया है, वहां करीब दो महीने पहले रेकी कर के गए थे.
इसके अलावा सूत्रों से यह बड़ी जानकारी सामने आई है कि स्थानीय लोगों ने आतंकियों की मदद की थी. इस बीच आईएसआईएस की साजिश का भी खुलासा हुआ है, जिसमें जानकारी मिली है कि प्लान के तहत हाइवें पर सेना को निशाना बनाने के साथ-साथ रेलवे ट्रैक को भी निशाना बनाने की प्लानिंग की गई थी.
बता दें सेना के 48 आरआर के जवान ऑपरेशन के लिए जा रहे थें. इसी दौरान गुरुवार को शाम चार बजे के करीब उनकी गाड़ियों पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए. इससे पहले नवंबर के महीने में 5 जवान शहीद हुए थे. वहीं अप्रैल-मई में भी पांच-पांच जवान शहीद हो गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर सुरनकोट थाना के अंतर्गत आने वाले ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर अपराह्न करीब पौने चार बजे हमला किया गया. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
जम्मू में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में ‘‘पुख्ता खुफिया जानकारी’’ के आधार पर पुंछ जिले के ढेरा की गली इलाके में बुधवार रात एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया. अधिकारियों ने बताया कि ये जवान घटनास्थल की ओर बढ़ रहे थे, तभी आतंकवादियों ने दो वाहनों – एक ट्रक और एक जिप्सी – पर गोलीबारी कर दी. उन्होंने बताया कि बलों ने हमले का त्वरित जवाब दिया.