शिमला: भारतीय जनता पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई ने संसद परिसर में इंडी गठगंधन नेताओं के उपराष्ट्रपति का उपहास करने के मामले में गुरुवार को शिमला में धरना प्रदर्शन किया. भाजपा नेताओं ने एडीएम कानून व्यवस्था और राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर इंडी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
इस मौके पर पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का घमंडिया नेताओं ने जिस तरह उपहास किया, वो सिर्फ एक व्यक्ति या पद नहीं बल्कि भारतीय संविधान के अपमान की पराकाष्ठा है. इस अमर्यादित व्यवहार से पूरी संसद की गरिमा भंग हुई है. उन्होंने कहा कि कल्याण बनर्जी ने संसद भवन परिसर के अंदर ही राज्यसभा के सभापति की अपमानजनक नक़ल करना और उस पर घमंडिया गठबंधन के सांसदों के ठहाके लगाकर सार्वजानिक मजाक उड़ाना और एक नामदार युवराज का उसका वीडियो बनाना, यह सब दिखाता है कि इंडी गठबंधन के लोगों की मानसिकता किस स्तर पर आ गई है.
धरना में भाजपा नेता ने कहा कि विपक्ष की ये हरकत दिखाती है कि आखिर क्यों वे सस्पेंडेड हैं. एक तरह से घमंडिया गठबंधन के सासंद अपने सस्पेंशन को जस्टिफाई ही कर रहे हैं. शिमला शहर से भाजपा उम्मीदवार रहे संजय सूद ने कहा ओबीसी समाज के खिलाफ कांग्रेस की नफरत जगजाहिर है. राहुल गांधी ने तो ओबीसी को सरेआम गाली दी और माफी भी नहीं मांगी. चुनावों में तो ओबीसी की राजनीति करते नहीं थकते, लेकिन रियल लाइफ में ओबीसी का अपमान करते नहीं थकते. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने संवैधानिक पद का अपमान पहली बार नहीं किया गया है. जब एक आदिवासी परिवार की बेटी राष्ट्रपति पद पर प्रतिस्थापित हुई थी, तब भी कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन के नेताओं ने उनका अपमान किया था. 20 वर्षों से ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गाली दे रहे हैं.