धर्मशाला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि जिला किन्नौर के विद्युत सब डिवीजन रिकांगपिओ में टी-मेट के पद पर कार्यरत बिलासपुर जिला के त्यूण गांव से संबंध रखने वाले 24 वर्षीय अजय कुमार की मृत्यु के मामले की जांच होगी. ऐसे में अगर कोई इस मामले में दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. यह बात मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा में विधायक रणधीर शर्मा की तरफ से नियम-62 के तहत उठाए गए मामले का उत्तर देते हुए कही.
रणधीर शर्मा का कहना था कि मृतकों के परिजनों को लगता है कि यह दुर्घटना लापरवाही के कारण हुई है . जिसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होने चाहिए. उन्होंने कहा कि मृतक परिजनों को अधिकारियों की तरफ से सूचना नहीं दी गई. ऐसे में वस्तुस्थिति का पता लगाने के लिए मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने मृतक के छोटे भाई को करुणामूलक के आधार पर नौकरी देने का आग्रह भी किया.
मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि सरकार मृतक के भाई को करुणामूलक के आधार पर नौकरी देने के लिए बने नियमों का अध्ययन करने के बाद कोई निर्णय लेगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि मामले में कार्रवाई करके जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी अंतिम खून के बायो-मैडीकल जांच की अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है. इसके अलावा तकनीकी पहलुओं की विस्तृत जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. अब तक की जांच में पाया गया है कि शट डाऊन होने के बावजूद तार में विद्युत प्रवाह हुआ, जिसके कारणों की विशेषज्ञों से राय ली जा रही है.