शिमला। राज्यसभा सांसद डॉक्टर सिकन्दर कुमार ने नई दिल्ली में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानन्द सोनोवाल से भेंट की। सिकन्दर कुमार ने केंद्रीय मंत्री से हिमाचल प्रदेश में आधुनिक सुविधाओं से युक्त आयुर्वेदिक संस्थान स्वीकृत करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया योग व आयुर्वेद के प्रति आकर्षित हो रही है और यह सब केंद्र सरकार के अथक प्रयासों का परिणाम है। सिकंदर कुमार ने कहा कि मौजूदा हालात में हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेदिक व नेचुरोपैथी चिकित्सा पद्धति का अभाव है। ऐसे में यहां के लोगों को इस पुरातन चिकित्सा पद्धति का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल में आयुर्वेदिक संस्थान खुलता है, तो प्रदेशवासियों को आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ-साथ आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का भी लाभ मिलेगा।
उनका कहना है कि आयुर्वेद हमारी संस्कृति की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है। इसके जरिये व्यक्ति निरंतर रोगमुक्त जीवन व्यतीत कर सकता है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति जहां आपातकाल में व्यक्ति के जीवन को बचाने में सहायक सिद्ध होती है, वहीं आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन को लंबे समय तक रोगमुक्त रख सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में आयुर्वेद की अपार संभावना है।
सिकन्दर कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार प्रयासरत रही है। इस कड़ी में केंद्र ने प्रदेश को चार मेडिकल कॉलेज और एम्स जैसा अत्याधुनिक संस्थान दिये हैं और आज प्रदेशवासियों को इन संस्थानों का भरपूर लाभ मिल रहा है।