धर्मशाला। प्रदेश भाजपा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर केंद्रीय विश्वविद्यालय की धर्मशाला में स्थापना को लेकर बार बार झूठ बोलने का आरोप लगाया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले कल उनसे मिले एक प्रतिनिधिमंडल से फिर झूठ बोला है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के चिन्हित स्थान के लिए वहां पर उसकी मिट्टी की जांच करवाई जाएगी और उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जबकि हकीकत यह है कि हर तरह की जांच पहले ही करवाई जा चुकी है और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर ने इसकी रिपोर्ट पहले ही दे दी है. एनआईटी हमीरपुर ने यह रिपोर्ट दो साल पूर्व 16 दिसंबर 2021 को जारी कर दी थी. उसी के बाद यह सारा मामला पर्यावरण मंत्रालय को भेजा गया था और इन सारी आपत्तियों के निदान के बाद ही पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार ने वहां पर केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए हरी झंडी दी थी. हिमाचल प्रदेश सरकार को वनों के होने वाले नुकसान के लिए 30 करोड़ रूपया जमा करवाने के लिए कहा था लेकिन जुलाई महीने से लेकर आज तक हिमाचल सरकार ने इसके ऊपर कोई संज्ञान नहीं लिया और मुख्यमंत्री हर बार केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर कुछ ना कुछ झूठ बोलते रहते हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि ऐसा लगता है मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि इस योजना का काम धर्मशाला में आरंभ हो इसीलिए हर बार कोई ना कोई बहाना मुख्यमंत्री बनाते हैं. कभी इसको भूकंप रोधी क्षेत्र बात करके तो कभी यहां की मिट्टी की जांच की बात कहते रहते हैं जबकि सरकार बेफिजूल कामों के ऊपर करोड़ों रुपया खर्च कर रही है. यहां तक कि सरकार के होर्डिंग लगाने के ऊपर और एक साल का जशन मनाने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपया खर्च कर दिया लेकिन जनहित के लिए 30 करोड़ रूपया केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला की जनता में इसको लेकर मुख्यमंत्री द्वारा की जारी की टिप्पणियों पर गहरा रोष है क्योंकि सरकार बनाने के लिए कांगड़ा जिला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है लेकिन कांगड़ा की जनता के साथ भेदभाव किया जा रहा है.