धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा के धर्मशाला स्थित तपोवन में शीतकालीन सत्र की शुरुआत भाजपा के आक्रामक रवैया के साथ हुई है। सत्र के आगाज से पहले ही भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की और 10 गारंटीयों की याद दिलाई। इस दौरान भाजपा विधायकों ने गारंटीयों का जिक्र करते हुए बैनर गले में टांग कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह प्रदर्शन प्रदेश की कांग्रेस सरकार को याद दिलाने के लिए है कि उन्होंने जनता से गारंटियों के नाम पर झूठे वादे किए थे और सत्ता में आए। लेकिन एक साल का समय हो गया अभी तक प्रदेश सरकार ने अपनी गारंटियों को पूरी नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, कांग्रेस के राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला पहली कैबिनेट में गारंटियों को पूरे करने का दावा करते रहे। लेकिन अब इन गारंटीयों को 5 साल में पूरा करने का बहाना लगा रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की हार के बहाने प्रदेश कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश ने देख लिया है कि कांग्रेस की गारंटीयों का क्या हश्र होता है। उन्होंने कहा कि देश में केवल एक ही गारंटी मान्य है। गारंटीयों को पूरा करने की गारंटी और वह है नरेंद्र मोदी की गारंटी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार से धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो रहा है। सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि 23 दिसम्बर तक चलने वाले इस सत्र में कुल पांच बैठकें होगी। उन्होंने कहा कि 21 दिसम्बर को गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है।
कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि सत्र के लिए कुल 471 प्रश्न प्राप्त हुए हैं जिसमें से 348 तारांकित जबकि 123 अतारांकित हैं।