संसद की सुरक्षा में सेंध मामले के मुख्य आरोपी ललित झा को बीती रात यानी गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। वह एक व्यक्ति के साथ राष्ट्रीय राजधानी के कर्तव्य पथ पुलिस थाने पहुंचा था। यहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया और विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) को सौंप दिया गया। वही मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार, संसद की सुरक्षा में सेंध योजनाबद्ध तरीके रची गई साजिश थी। इसे छह लोगों ने मिलकर अंजाम दिया गया था। अब सभी पुलिस की हिरासत में हैं। फिलहाल पूछताछ जारी है।
संसद में घुसपैठ मामले में कुल मिलाकर आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल शिंदे, नीलम आजाद और ललित झा शामिल है. गुरुग्राम से विक्की नाम के एक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा महेश और कैलाश भी अरेस्ट हुए हैं.
इस मामले में पुलिस ने महेश कुमावत नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में ये छठे आरोपी की गिरफ्तारी की है. आरोपी महेश कुमावत है. जो मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है. स्पेशल सेल के सूत्र बताते हैं कि जब ललित झा ने दिल्ली पुलिस के सामने कर्तव्य पथ थाना में सरेंडर किया था. उस वक्त महेश कुमावत भी साथ में था. उसे जल्द ही दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के संबंधित न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा.
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि संसद भवन के पास पहुंचने की प्रारंभिक प्रयास विफल होने की स्थिति में अपराधियों के पास एक बैकअप प्लान भी तैयार था. ललित झा ने पूछताछ में बताया कि अगर किसी कारण से प्लान ए के तहत नीलम और अमोल संसद भवन के पास नहीं पहुंच पाते तो महेश और कैलाश दूसरी तरफ से संसद के पास पहुंचते और फिर स्मोक कैन से धुआं करते. इससे मीडिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते.
पुलिस ने बताया कि पहले आरोपियों ने अपने शरीर पर फायरप्रूफ जैल लगाकर संसद भवन में खुद को आग लगाने की योजना पर भी विचार किया था लेकिन बाद में ये विचार छोड़ दिया। इसके अलावा आरोपियों ने संसद भवन में पर्चे फेंकने की भी योजना बनाई थी लेकिन आखिरकार उन्होंने लोकसभा में स्मोक कैनिस्टर से रंगीन धुंआ छोड़ना तय किया और बीते बुधवार को वैसा ही किया।
मास्टरमाइंड ललित को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद न्यायालय ने उसे 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. न्यायालय ने ललित के लिए एक वकील भी नियुक्त किया.
पुलिस सूत्रों ने बताया, ‘ललित झा ने सभी को मीटिंग के लिए गुरुग्राम बुलाया था. घटना को अंजाम देने से पहले ललित ने चारों आरोपियों के फोन खुद ही अपने कब्जे में ले लिए और भाग गया.’
संसद में सुरक्षा चूक मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. लखनऊ स्थित आरोपी सागर शर्मा के घर से डायरी मिली है. सागर के घर से मिली डायरी से उसके बेंगलुरु और मैसूर के कनेक्शन सुरक्षा एजेंसियां और आतंकवाद निवरोधक दस्ता (एटीएस) खंगाल रही है. इसके अलावा साइबर क्राइम सेल की दो टीमें सागर के इंटरनेट मीडिया अकाउंट फेसबुक, इंस्टाग्राम की तफ्तीश कर रही हैं. सागर इंटरनेट मीडिया पर बहुत अधिक एक्टिव रहता था. उसके द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए गए पीएम मोदी और सरकार विरोधी वीडियो, मैसेज पर किन-किन लोगों ने कमेंट किया।
दिल्ली में पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में 2 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस को संदेह है कि इन दोनों आरोपियों का मुख्य आरोपी से कोई संबंध है, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान महेश और कैलाश के रूप में हुई है. फिलहाल, स्पेशल सेल इन दोनों आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है.
मास्टरमाइंड ललित झा ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर स्पेशल सेल को सौंप दिया गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पांचवें आरोपी और मास्टरमाइंड ललित झा ने राजस्थान के कुचामन भागने के बाद अपने दोस्त महेश के साथ अपने कई साथियों के मोबाइल फोन भी जला दिए थे.
आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. कोर्ट से 15 दिन की हिरासत मांगी गई, लेकिन अदालत ने सात दिन की हिरासत ही मंजूर की.
संसद भवन के बाहर नीलम और अमोल ने ‘केन’ से पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ा। दोनों ने नारे भी लगाए. उनके साथ मौजूद ललित ने एक वीडियो शूट किया, जिसे बाद में इंस्टाग्राम पर साझा किया गया. नीलम और अमोल को पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया, जबकि ललित उन्हें चकमा देने में कामयाब रहा। जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपी गई. विशाल और उसकी पत्नी को भी पुलिस ने गुरुग्राम से हिरासत में ले लिया.
सागर दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गया. मनोरंजन ने भी कूदने की कोशिश की और उसे दर्शक दीर्घा की रेलिंग से लटकते हुए देखा गया। उन्होंने अपने जूतों में छिपाकर रखे गए ‘केन’ के जरिए पीले रंग का धुआं फैला दिया. इसके बाद सदन में सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी. आरोपियों को सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया गया.
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना सामने आई थी. दोपहर करीब एक बजे जब लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी, तब दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के अंदर कूद गए और सांसदों की बैठने की जगह पर दौड़ते नजर आए। इस दौरान उन्होंने अपने जूते में छिपाकर लाए ‘केन’ के जरिए पीले रंग का धुआं भी स्प्रे किया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को भी गिरफ्ता