धर्मशाला। ”विकसित भारत 2047-युवा की आवाज” कार्यक्रम के तहत हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के देहरा परिसर में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. दृश्य कला विभाग की ओर से इस कार्यक्रम को अमली जामा पहनाने की दिशा में शुरुआत की. विभाग के विद्यार्थियों के लिए पोस्टर मेकिंग स्पर्धा का आयोजन किया गया.
प्रतिभागी विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए पोस्टर में ”विकसित भारत 2047’ पर भारतीय परिवेश कैसा रहेगा, विकसित भारत 2047 का उद्देश्य, आजादी के 100वें वर्ष यानी 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है. इस विजन में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलु को चित्रित किया गया है.
पोस्टर मेकिंग स्पर्धा का आयोजन में अर्थशात्र विभाग अवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग के निदेशक/अध्यक्ष प्रो. संजीत सिंह तथा समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष डा. शशि पूनम, विभाग अध्यक्ष प्रो. निरुपमा सिंह, डॉ. उज्ज्वल काडोदे आदि का ”विकसित भारत 2047-युवा की आवाज” पर जानकारी देकर प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया गया. विभाग के संकाय सदस्यों में मनीष गोंड और दिनेश पाल भी उक्त प्रतियोगिता में मौजूद रहे. इसमें प्रतिभागी विधार्थियों में बी.एफ.ए (पेंटिंग) के विधार्थी सिद्धांत कुमार, जितेश प्रसाद, रजत कुमार, सुमित सडियल, सुकृति यादव, संदीप गोराई, मानवी, अमित कुमार, गोपाल शर्मा, अमर्त्य वर्मा, निखिल, राहुल कुमार, ख़ुशी वर्मा, अनुराग शुक्ला और रितिका सरकार आदि ने भाग लिया. प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट देकर प्रोत्साहित भी किया जाएगा.
वहीं हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में “विकसित भारत 2047” के अन्तर्गत दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन केंद्र और योग अध्ययन केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को देखते हुए शोधार्थियों और शिक्षार्थियों को उन पांच बिन्दुओं से अवगत करवाया, जिसमें सशक्त भारतीय, सम्पन्न और सतत आर्थिकी, नवाचार विज्ञान और प्राद्यौगिकी, सुशासन और सुरक्षा जैसे विषयों को डॉ. इन्द्रसिंह ठाकुर ने साझा किया. युवाओं को विकसित भारत 2047 के लिए कैसे कार्य के प्रति जोड़ा जाए उक्त विषय को पॉवर पॉइंट प्रस्तुति से समक्ष रखा.