छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बाद अब बीजेपी ने राजस्थान में भी मुख्यमंत्री फेस का सस्पेंस खत्म कर दिया है। बीजेपी आलाकमान ने राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी भजन लाल शर्मा को सौंपा है। मंगलवार को जयपुर में हुई विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा के नाम पर मुहर लगी।
इसके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे। खास बात यह है कि भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। वहीं, दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं तो प्रेमचंद बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।
वहीं, राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में भजन लाल शर्मा के नाम का ऐलान करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में भजन लाल शर्मा का नाम विशेषकर राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे सुझाया था। विधायक दल की बैठक से पहले राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे से वन-टू-वन बात भी की थी।
बात करें भजन लाल शर्मा की तो वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। वह इस समय प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भजन लाल शर्मा ने कहा कि भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। 56 वर्षीय भजन लाल शर्मा को बीजेपी द्वारा 2023 के विधानसभा चुनाव में सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था। जिसके बाद वे पार्टी की आशाओं पर खड़े उतरे और बड़े अंतर से जीत दर्ज की। कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को भजन लाल ने 48081 वोटों से हराया था। बता दें कि भजन लाल शर्मा जयपुर की सांगानेर विधानसभा से पहली बार विधायक चुने गए हैं।
विधानसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार के दौरान कांग्रेस ने भरतपुर के रहने वाले भजन लाल शर्मा पर बाहरी होने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने सांगानेर की जनता से बाहरी प्रत्याशी को वोट न देकर शिकस्त देने की मांग की थी। हालांकि इसके बावजूद भजन लाल शर्मा ने इस सीट से बड़ी जीत दर्ज की। वे संघ और संगठन, दोनों के करीबी माने जाते हैं।