(कुल्लू)। ट्रैकिंग के शौकीन और पर्वतारोही बड़ी संख्या में बर्फबारी के दौरान या उसके बाद जिले की चोटियों पर पर्वतारोहण करते है। पिछले अनुभवों से यह भी पता चला है कि सर्दियों के मौसम के दौरान मौसम में तेजी से परिवर्तन होता रहता है जिससे ट्रैकिंग और ट्रैकिंग गतिविधियों में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए काफी खतरा पैदा हो जाता है।
उपायुक्त एवं अध्यक्ष डीडीएमए कुल्लू आशुतोष गर्ग ने मंगलवार (05 दिसंबर) को एक आदेश जारी करते हुए कहा कि इसी के दृष्टिगत ट्रैकिंग/पर्वतारोहण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है । जिसके तहत जिला कुल्लू के संपूर्ण अधिकार क्षेत्र में 3500 मीटर से अधिक ऊंची किसी भी चोटियों या दर्रों पर ट्रैकिंग गतिविधियां प्रतिबंधित हैं।
गर्ग ने कहा पर्वतारोहण गतिविधियों के लिए अनुमति: उपरोक्त मार्गों पर पर्वतारोहण गतिविधियों की अनुमति भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (आईएमएफ) की मंजूरी के अधीन होगी। पर्वतारोहण गतिविधियों को शुरू करने के इच्छुक टूर ऑपरेटरों और टीम लीडरों को निदेशक, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण और संबद्ध खेल संस्थान (एबीवीआईएमएएस), मनाली, पुलिस अधीक्षक कुल्लू, डीटीडीओ कुल्लू और संबंधित एसडीएम को एक साथ सूचित करते हुए आईएमएफ से अनुमति लेनी हो