शिमल। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि देश ने कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन के झूठ को नकार कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास पर मुहर लगा दी है। चार राज्यों के विधानसभा चुनावों से यह साफ़ है कि देश में प्रधानमंत्री का नाम ही एक मात्र गारंटी है। नरेन्द्र मोदी का नाम विकास की गारंटी है, भ्रष्टाचार पर प्रहार की गारंटी हैं, ग़रीबी उन्मूलन की गारंटी है। प्रधानमंत्री का नाम विकसित, सशक्त, मज़बूत आत्मनिर्भर भारत की गारंटी है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर रविवार को शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सभी केंद्रीय नेतृत्व और देशवासियों को इस जीत के लिए बधाई दी। ठाकुर ने कहा कि देश के चार राज्यों के विधानसभा चुनावों से यह साफ़ हो गया कि देश के लोग भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ निर्णायक लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। उन्होंने देश से किए हर वादे को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आभार जताते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में देश पिछली बार से भी बड़े बहुमत के साथ सेवा का अवसर देने जा रही है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हिमाचल में आकर झूठी गारंटिया देकर गए थे और आज मुझे सुकून मिला है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बन गई है। उनका प्रचार पूर्ण रूप से फेल हो गया है। भूपेश तो यह तक कह दिया था कि हमने हिमाचल प्रदेश में सभी गारंटिया पूरी कर दी हैं। उनके झूठ का आज पर्दाफाश हो गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वह गोबर की गारंटी दे गए थे, पर वहां गोबर के घोटाले में ही फंस गए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री में दो महादेव को भी नहीं छोड़ा और महादेव अप घोटाला कर डाला। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बताया था कि कांग्रेस ने ऐसी ही दस गारंटियां हिमाचल में दी थी, जिसे पूरी कर दी। उनके दावों के बाद मैं ख़ुद इन चारों राज्यों में गया और कांग्रेस की झूठी गारंटियों की हक़ीक़त बताई। कांग्रेसी नेताओं के पुराने बयानों और आज के यथार्थ के बारे में बताया, जिससे लोगों ने कांग्रेस नेताओं से मंचों पर ही सवाल करने लगी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल कांग्रेस के नेताओं के लिए भी अब मुश्किल हालात बन गये हैं। आज हिमाचल में कांग्रेस की स्थिति यह है कि बड़े-बड़े नेता जनता के बीच जा नहीं पा रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि एक साल हो गये हैं, अब कब अपने वादों को पूरा करोगे।