ऊना। जिला ऊना के एक दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री सुक्खबिंद्र सिंह सुक्खु ने कहा कि वह प्रदेश में सत्ता सुख के लिए नही बल्कि व्यवस्था परिर्वतन के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि अगले तीन सालों में हिमाचल की तकदीर तकदीर बदलेगी और 2027 तक प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने पूर्व की जयराम सरकार पर कई हमले किए और जयराम की सरकार को भ्रष्टाचारी सरकार बताया।
सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार में विभिन्न पदों के लिए भर्ती के पेपर बिके, पुलिस भर्ती का पेपर लीक हुआ। प्रदेश में 2500 करोड़ का क्रिप्टो करंसी घोटाला हुआ। लेकिन भाजपा नेताओं को इसकी कोई खबर नही हुई। कई तरह के अवैध धंधे प्रदेश में भाजपा की सरकार में चलते रहे।
कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार और अवैध धंधे करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को कर्ज के बोझ तले दबा दिया। प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति के सिर पर एक लाख दो हजार का कर्ज है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रूपए का कर्ज है। राज्य सरकार ने प्रदेश के संसाधनों से आय बढ़ाने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं व किसानों के कल्याण के लिए योजनाएं लाई जा रही है। राज्य सरकार ने चुनावों में जनता से की 10 गारंटियों में से तीन को पूरा कर दिया है। जबकि शेष को भी शीघ्र पुरा किया जाएगा।
जल शक्ति विभाग में ही 10 हजार नौकरियां दी जाएगी। जबकि 2061 वन मित्र रखे जाएगें। 7 हजार प्रवक्ता,टीजीटी,शास्त्री बैचवाईज भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 1200 स्पैशल कमांडो भर्ती किए जा रहे है,इसमें 30 प्रतिशत पद महिला वर्ग के लिए आरक्षित किए गए है। सीएम ने कहा कि प्रदेश में बरसात के मौसम में आई आपदा से 12 हजार करोड़ का नुकसान हुआ,लेकिन केंद्र से कोई मदद नही मिली। राज्य सरकार ने आपदा से निपटने के लिए 4500 करोड़ रूपए का पैकेज दिया। प्रदेश में 16 हजार कच्चे-पक्के घरों को नुकसान पहुंचा,इसमें 4000 घर तो पुरी तरह ढह गए। जनसभा को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री,विधायक देवेंद्र भुटटो,सुदर्शन बबलू,चैतन्य शर्मा,प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सतपाल रायजादा ने भी संबोधित किया।