मंडी। उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में 17 दिन बाद जिंदगी की जंग जीतकर मंडी जिला के बल्ह क्षेत्र के डहणू गांव का विशाल शुक्रवार को अपने पिता के साथ घर सकुशल पहुंच गया। विशाल के घर पहुंचने पर परिजनों के साथ बड़ी संख्या में रिश्तेदारों व ग्रामीणों ने बैंडबाजे व फूलमालाओं के साथ उसका भव्य स्वागत किया। मां उर्मिला ने अपने लाल की आरती उतारी और उसे गले लगाया। अपने लाल को गले लगाने के दौरान मां की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े, वहीं दादी व चाची ने फूलमाला पहनाकर विशाल को अपनी पलकों पर बिठाया।
विशाल के माता-पिता, दादी सहित अन्य परिजन इस दौरान कई बार भावुक हुए। इस मौके पर बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी व क्षेत्र के कई गणमान्य लोगों ने परिजनों की खुशी में शामिल होते हुए विशाल के हौंसले पर उसकी दाद दी। बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने विशाल के घर पहुंच कर खूब जश्न मनाया गया।
विशाल के पिता धर्म सिंह ने बताया अस्पताल प्रशासन द्वारा गहन स्वास्थ्य जांच के बाद विशाल को गुरुवार को छुट्टी दे दी गई थी। उत्तराखंड सरकार ने विशाल के लिए गाड़ी करके हिमाचल के प्रवेश द्वार पांवटा साहिब तक पहुंचाने के आदेश जारी कर सिरमौर जिला प्रशासन को सौंपने को कहा था। वहां से घर तक लाने के लिए जिला प्रशासन डीसी मंडी की ओर से टैक्सी की व्यवस्था की गई। विशाल के घर आने पर सभी सभी स्वजनों ने खुशी जाहिर की है।
विशाल की मां उर्मिला देवी ने बताया की भगवान, कुल देवता बाढू बाडा व देव कमरूनाग की कृपा से विशाल जिंदगी की जंग जीत कर मौत के मुंह से वापस आया है। विशाल के लिए मांगी मन्नत पूरी होने पर स्वजन अब देव बाढू बाडा को घर बुलाकर धाम का आयोजन करेंगे।