धर्मशाला। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री के वीरवार को सोलन में दिए गए बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा है कि विधायकों को नगर निगम में वोट देने का बिल भारतीय जनता पार्टी लाई थी और उन्होंने केवल उस बिल पर आगे बढ़ने का काम किया है जबकि यह बात हकीकत से कोसों दूर है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी नाकामियों का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ना चाहते हैं। यदि मुख्यमंत्री की बात में जरा सी सच्चाई है तो वह कोर्ट के भीतर हलफनामा देकर इस बात को साबित करें।
शुक्रवार को जारी एक प्रेस बयान में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह से झूठे बयान देकर सनसनी फैलाने से बचना चाहिए। मुख्यमंत्री बताएं कि किस साल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ऐसा बिल बनाया और यदि ऐसा है तो सभी दस्तावेज सार्वजनिक करने चाहिए ताकि जनता सच्चाई जान सके।
मुख्यमंत्री यह भी बताएं कि जब नगर निगम के मेयर और उपमेयर के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद किस आधार पर विधायकों को वोट देने के अधिकार का बिल लेकर के सरकार आई और क्या यह कानूनी रूप से सही था ।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को भी यह पता था कि अधिसूचना जारी होने के उपरांत कोई भी संशोधन बिल नहीं लाया जा सकता है। ऐसे संशोधन भावी योजना के लिए तो ले जा सकते हैं लेकिन पूर्वव्यापी योजना के ऊपर लागू नहीं किया जा सकता।
संजय शर्मा ने कहा कि अपनी 10 गारंटिरयां पूरी नहीं कर पाने की बौखलाहट में मुख्यमंत्री अनाप शनाप बयान बाजी कर रहे हैं।