धर्मशाला। लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वीरवार (30 नवंबर) को फतेहपुर स्थित लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कांगड़ा जोन में लोक निर्माण की विभिन्न प्रस्तावित व चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान विधायक फतेहपुर भवानी सिंह पठानिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। विक्रमादित्य सिंह ने कांगड़ा और चम्बा जिला सहित जोगिंदर नगर मंडल के अधिकारियों से उनके क्षेत्र में चल रहे कार्यों का ब्यौरा लिया।
विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले और दूसरे चरण में जिन ठेकेदारों ने काम को पूरा नहीं किया है, उन्हें तीसरे चरण में कोई नया काम नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कामों की देरी को वे बड़ी सख्ती से लेंगे और जिम्मेदार व्यक्तियों के उपर एक्शन लेने से भी परहेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता नहीं होगा।
मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जोन में चल रही केंद्र और राज्य प्रायोजित योजनाओं के फंड्स का पूर्ण उपयोग तय समय में किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के सख्त निर्देश है कि प्रदेश में कैपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ावा दिया जाए और सड़कों-पुलों के निर्माण पर विशेष जोर दिया जाए।
लोक निर्माण विभाग मंत्री ने कांगड़ा जोन के सभी मंडलों तथा जोगिंदर नगर मंडल के अधीन राज्य विकास कार्यक्रमों के साथ साथ केंद्र प्रायोजित परियोजनाओं की वस्तुस्थिति तथा प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले और दूसरे चरण के कार्यों की समीक्षा के साथ साथ योजना के तीसरे चरण में बनाई डीपीआर और स्वीकृत योजनाओं का ब्योरा लिया।
इसके उपरांत लोक निर्माण मंत्री ने फतेहपुर और मंड क्षेत्र में आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सड़को और पुलों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उन्होंने छाबड़ा और रियाली खड्ड पर बने पुलों और बरसात से उसके आस-पास के क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने अनाज मंडी रियाली में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पोंग के साथ लगते क्षेत्रों में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं और आज वे लोक निर्माण मंत्री होने के नाते वस्तुस्थिति का जायजा लेने यहां आए हैं।