धर्मशाला। प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी विश्व चक्षु ने राजधानी शिमला में कार्यरत पत्रकारों की तर्ज पर धर्मशाला के पत्रकारों को भी सरकार से सभी सुविधाएं देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आवास सहित अन्य सुविधाएं शिमला के पत्रकारों को दी जाती हैं, उसी तरह धर्मशाला में कार्यरत पत्रकारों को मिलनी चाहिए।
मंगलवार (28 नवंबर) को जारी प्रेस बयान में भाजपा नेता विश्व चक्षु ने कहा कि प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में कार्यरत पत्रकारों को सुविधाएं देने के लिए अभी तक नीति नहीं बन पाई है। उन्होंने इस बाबत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को मांग पत्र भी भेजा है।
विश्व चक्षु ने कहा कि उन्होंने जयराम ठाकुर के बतौर मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान धर्मशाला के पत्रकारों को शिमला की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए नीति बनाने का प्रस्ताव रखा था। उनकी ओर से दिया गया यह प्रस्ताव प्रधान सचिव लोक संपर्क विभाग कार्यालय में लंबित है। उनके प्रस्ताव में मुख्य रूप से धर्मशाला के पत्रकारों के लिए नीति बनाकर मुख्यतः आवास की सुविधा देने की बात कही गई थी। इसके अलावा अन्य आर्थिक सहायता के प्रावधानों का भी जिक्र किया गया है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी कहा जाता है। सुखविंदर सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने भी कांगड़ा का पर्यटन राजधानी की संज्ञा दी है, जिसका मुख्यालय धर्मशाला है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला अब पुराना धर्मशाला नहीं रहा। लंबे समय से प्रदेश के बड़े से बड़े आयोजन धर्मशाला में हो रहे हैं। बात चाहे धर्मशाला स्टेडियम में क्रिकेट मैच की हो, विधानसभा के शीतकालीन सत्र की या फिर हाल ही में हुए पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री विश्वकप की। यही नहीं इसके अलावा कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन धर्मशाला में हो चुके हैं और कई प्रस्तावित हैं। प्रदेश में अधिकतर मीडिया हाउस के मुख्यालय धर्मशाला एवं जिला कांगड़ा में ही हैं। संस्थानों के राज्य संपादक, समाचार संपादक और प्रबंधकीय अधिकारी जिला कांगड़ा में ही बैठते हैं। ऐसे में यहां पूरी मेहनत और समर्पण भाव से पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों के लिए स्थायी नीति बनाना जरूरी है।