शिमला। बागवानी व राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार ने बागवानी के क्षेत्र में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. बागवानों की मांग पर सेब को वजन से बेचने का एक बड़ा फैसला सरकार ने किया है. इससे बागवानों को इससे लाभ भी हुआ. इसके अलावा प्रदेश में इसके अलावा प्रदेश में का स्टोर और कोल्ड स्टोर कैसे सुविधाओं को भी विकसित करने का काम लगातार किया जा रहा है.
बागवानी मंत्री मंगलवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश सरकार ने सब्सिडी रेट पर बागवानों को पेस्टिसाइड इंसेंटिसाइड देने का निर्णय लिया है और इसके लिए केमिकल्स का प्रीरिक्वायरमेंट भी किया जा रहा है. राजस्व विभाग के एक साल के परफॉर्मेंस को लेकर नेगी ने कहा कि सरकार ने राजस्व विभाग में राजस्व और भूमि अधिनियम में संशोधन लाकर विभागीय मामलों में तेजी लाने का काम किया. उन्होंने कहा कि संशोधन करके इंतकाल पर्टेशन जैसे मामलों को समय अवधि में बांधा गया. साथ ही अधिकारियों के लिए भी समय अवधि तय की कर दी गई और लेट लतीफी के खिलाफ एक्शन का भी प्रावधान किया गया. इसके बाद इंतकाल अदालत लगाकर समय पर इंतकाल जैसे मामलों को निपटाने का काम किया.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि उनकी सरकार का यह पहला साल चुनौती भरा रहा है. प्रदेश में बरसात से आई आपदा में 12 हज़ार करोड़ का नुकसान प्रदेश को हुआ. सरकारी संपत्ति, पेयजल योजनाएं, सड़कें निजी संपत्तियों समेत जान और माल का नुकसान प्रदेश को हुआ. जगत सिंह नेगी ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि आपदा से पैदा हुई चुनौती का जिस तरीके से मुख्यमंत्री ने नेतृत्व किया. उसी से संभव हुआ कि तेज गति से प्रदेश सरकार ने व्यवस्था को सुचारु किया.
जगत सिंह नेगी ने विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष के लोग काले चश्मे पहन कर बैठ गए हैं, जो उन्हें कोई भी काम सरकार का नजर नहीं आ रहा है. नेगी ने कहा कि विपक्ष के लोग हिमाचल की जनता की हितैषी नहीं है. यह वही लोग हैं जो विधानसभा में केंद्र से प्रदेश को मदद दिलाने को लेकर चुप्पी साध कर बैठे रहे.
जगत सिंह नेगी ने कर्ज़ के मसले पर कहा कि कर्ज लेना हर सरकार की आवश्यकता है, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार तो कर्ज़ लेकर सिर्फ़ घी पीने का काम करती रही. जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने केंद्र से जो कर्ज लिया और उसका उपयोग राजनीतिक सभाओं और केंद्रीय मंत्रियों के स्वागत में किया गया.