शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला की तर्ज पर प्रदेश सरकार स्कूल व कालेजों में भी अतिथि शिक्षक की नियुक्ति करने की तैयारी में है। छठी कक्षा से कालेज तक के विद्यार्थियों को पढ़ानेका जिम्मा इन्हें दिया जाएगा। यह फैसला शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया। मुख्यमंत्री ने विभाग को इसका प्रस्ताव बना कर मंत्रीमंडल को सौंपने के निर्देश दिए है |
विद्यार्थी परिषद का कहना है कि गैप अरेंजमेंट के नाम पर स्कूली स्तर से कॉलेज स्तर तक अब अतिथि शिक्षको के भरोसे छात्रों को पढ़ाया जाएगा। कही न कही इस कारण शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों वह सालों की मेहनत के बाद नेट, सेट की परीक्षा को उत्तीर्ण कर अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के स्वपन लिए युवाओं के साथ धोखा है।
परिषद के प्रान्त मंत्री आकाश नेगी ने कहा है कि अतिथि शिक्षक के नाम पर प्रदेश के हजारों युवाओं को उनकी शिक्षा पूर्ण करने के बाद में स्थाई तौर से रोजगार ना दे पाना सरकार की नाकामी है। नेगी ने कहा कि चुनाव के पहले प्रदेश के लाखो युवाओं को रोजगार के सपने दिखाना कही न कही आज हिमाचल सरकार का असली चेहरा हिमाचलवासियो के सामने आ चुका है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हिमाचल सरकार को चेतावनी देते हुए यह कहना चाहती है कि वह इस प्रकार के किसी भी फैसले का विद्यार्थी परिषद कड़ा विरोध करती है। अतिथि शिक्षक भर्ती की खबर से ऐसे सभी युवाओं के अंदर की पीड़ा सरकार के खिलाफ सड़कों पर आने के लिए तैयार बैठी है |