शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरूवार (23 नवम्बर) को अपने सरकारी आवास ओकओवर से विद्या समीक्षा केंद्र का उद्घाटन किया। इसके साथ ही केंद्र सरकार के समग्र शिक्षा विकास कार्यक्रम के तहत समीक्षा केंद्र खोलने वाला हिमाचल देश का चौथा राज्य बन गया है। विद्या समीक्षा केंद्र का उद्घाटन करने बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में भी व्यवस्था परिवर्तन की ज़रूरत बताते हुए प्रदेश के सरकारी स्कूल में अगले शैक्षणिक सत्र से पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम के स्कूल और ड्रेस कोड को स्कूल के स्तर पर लागू करने की घोषणा की।
सुक्खू ने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस की सातवीं गारंटी थी कि प्रदेश में चार अंग्रेज़ी माध्यम के स्कूल खोले जाएंगे। लेकिन विचार विमर्श के बाद अब प्रदेश सरकार ने तय किया है कि राज्य में अंग्रेजी माध्यम के चार स्कूल खोलने की वजाय प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों में पहली कक्षा से अंग्रेजी पढ़ने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह से प्रदेश सरकार ने 11 महीनों में अपनी तीन गारंटियां पूरी कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में भी व्यवस्था परिवर्तन की आवश्यकता है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने तय किया है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सिंगल ड्रेस कोड की बजाय स्कूलों के स्तर पर विद्यालयों की वर्दी तय की जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि किसी स्कूल में कैसी वर्दी होगी, इसको लेकर पीटीए की सहमति लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य वर्दी तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षकों को एक्सपोजर विजिट के लिए विदेश भी भेजा जाएगा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विद्या समीक्षा केंद्र डेटाबेस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों की शिक्षा किस तरह से चलेगी और प्रदेश में बच्चों का शिक्षा स्तर कैसा है इसकी समीक्षा करने के बाद विद्या समीक्षा केंद्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद लेते हुए हुए शिक्षण संस्थानों को निर्देश देगा,जिससे प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए शिक्षा क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का समावेश कर सुधार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए स्कूल खोले लेकिन सुविधाएं और आधारभूत ढांचा सृजित नहीं किया, जिससे गुणात्मक शिक्षा के स्तर में गिरावट आई। इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने 900 स्कूल बंद कर दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए इस क्षेत्र में व्यवस्था परिवर्तन की आवश्यकता है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से कई गुणात्मक सुधार किए जाएंगे, जिसके लिए अभिभावकों, शिक्षकों और विद्यार्थियों का सहयोग आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए विद्यार्थियों को तैयार करना शिक्षकों की पहली जिम्मेदारी है। राज्य सरकार का लक्ष्य ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करना है, जहां सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी गौरवान्वित महसूस करें। राज्य सरकार ने तकनीकी शिक्षण संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा लर्निंग इत्यादि सूचना प्रौद्योगिकी आधारित पाठ्यक्रम शुरू किए हैं।