युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर इजराइल-हमास की डील अधर में लटक गई है. इजराइल ने हमास की नई शर्तों को मानने से इनकार कर दिया है. सूत्रों के अनुसार, हमास छोड़े जाने वाले बंधकों की लिस्ट इजराइल को नहीं दे रहा है. बताया जा रहा है कि सीजफायर की तारीख और बंधकों की लिस्ट पर फैसला बाद में लिया जाएगा.
हमास चाहता है कि सीजफायर के दौरान गाजा के बाहर रह रहे हमास के बड़े चेहरों पर इजराइल हमला न करे और न ही उसे गिरफ्तार करे. इजराइल ने हमास की ये शर्त मानने से इनकार कर दिया है. हमास का दावा है कि इजराइल की बमबारी के चलते उसने रिहा होने वाले बंधकों की लिस्ट नहीं दी. अब सीजफायर की नई तारीख, इजराइल और कतर के अधिकारी मिलकर तय करेंगे.
आपको बता दें कि इजराइल और हमास के बीच यह डील बुधवार को हुई थी. इसके बाद ये कहा गया है कि गुरुवार से बंधकों की रिहाई का सिलसिला शुरु हो जाएगा. मगर ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद इस डील को लेकर गुरुवार को एक अलग जानकारी सामने आई. इसमें कहा गया कि इजराइली बंदियों की रिहाई शुक्रवार से पहले शुरू नहीं होगी. ऐसे में अंदेशी जताया जा रहा है कि इजराइल और हमास के बीच ये डील कहीं अधर में न लटक जाए.
जानकारी के लिए बता दें कि इजराइल से डील के तहत हमास 50 बंधकों को रिहा करेगा. वहीं, इसके बदले वह इजराइल की जेलों में बंद फिलिस्तीन के 150 कैदियों को छुड़वाएगा. इस डील को लेकर इजराइली सरकार ने बुधवार को कहा था कि इस समझौते के तहत हमास अगले चार दिन में 50 बंधकों को रिहा करेगा. इन बंधकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. बता दें कि सात अक्टूबर के जंग के बाद से हमास ने करीब 240 इजराइली नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है.